बंद करने के बजाय दोगुना हुआ टोल शुल्क
कई माह से बंद है बाइपास मार्ग क्षेत्रीय लोग कर रहे थे टोल शुल्क वसूली बंद करने की मांग
रायबरेली : लालगंज बाइपास कई माह से बंद पड़ा है। इसके चलते क्षेत्रीय लोग लंबे समय से टोल शुल्क वसूली बंद करने की मांग कर रहे थे। इसे नजरअंदाज कर शुल्क दोगुना कर दिया गया। अब स्थानीय वाहनों से 25 के बजाय 50 रुपये वसूला जाएगा। इसके लोगों में आक्रोश है। लालगंज-रायबरेली मुख्यमार्ग पर ऐहार स्थित टोल प्लाजा का ठेका 25 नवंबर के पहले खलटकर कांस्ट्रक्शन इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के पास था। स्थानीय वाहनों से महज 25 रुपये शुल्क लिया जाता था। अब सोनूकुमार कंपनी को मिला है, जो स्थानीय वाहनों से दोगुना शुल्क 50 रुपये वसूल रही है। नवनीत त्रिवेदी, राधारमण गुप्त, संदीप कुमार आदि का कहना है कि बाइपास मार्ग निर्माण के महज पांच माह से ही बंद चल रहा है। इसके बाद से लगातार टोल शुल्क वसूली बंद करने की मांग की जा रही थी। वसूली बंद तो नहीं हुई, शुल्क दोगुना जरूर कर दिया गया। कंपनी के महाप्रबंधक रघुवंश पांडेय ने बताया कि जो शुल्क वसूला जा रहा है, वह एक अप्रैल 2020 से ही लागू है। पहले की कंपनी किस आधार पर शुल्क वसूल कर रही थी, वह नहीं जानते, लेकिन उनकी कंपनी द्वारा निर्धारित शुल्क ही वसूला जा रहा है। एक जनवरी से कैशलेन पूरी तरह से समाप्त कर दिए जाएंगे। केवल फास्टैग से ही शुल्क लिया जाएगा।
सड़क और नाली बनवाने की मांग रायबरेली : साकेत नगर मजरे आलमपुर गांव में विकास कार्य रुके हैं। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने अफसरों को शिकायती पत्र भेजकर नाली व मार्ग बनवाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि 30 साल पहले साकेत नगर मुहल्ला विकसित हुआ था, लेकिन अभी भी कई गलियां व नालियां क<स्हृद्द-क्तञ्जस्>ची व बदहाल दशा में हैं। कुछ रास्तों पर खड़ंजा लगा है, जो उखड़कर ध्वस्त हो चुका है। बड़ी ग्राम सभा होने के चलते यह मुहल्ला उपेक्षा का शिकार है। सफाईकर्मी एक-एक महीना न आने से नालियां गंदगी से पटी रहती हैं। क<स्हृद्द-क्तञ्जस्>ची नाली होने के चलते पानी सड़क पर भरा रहता है। ग्रामीणों ने कहा कि नाली और मार्ग न बनवाए गए तो प्रदर्शन को बाध्य होंगे।