गैंगस्टर वीरेंद्र यादव और राजू सोनार की 2.18 करोड़ की संपत्ति कुर्क

- प्रापर्टी डीलिग जुआ ठेकेदारी लूट गुंडई के जरिए जुटाई संपत्ति पर लगी सरकारी सील - राही तृतीय से जिला पंचायत सदस्य पर 15 शहर के स्वर्ण व्यवसायी पर दर्ज हैं 22 मुकदमे

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 11:44 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:10 AM (IST)
गैंगस्टर वीरेंद्र यादव और राजू सोनार की 2.18 करोड़ की संपत्ति कुर्क
गैंगस्टर वीरेंद्र यादव और राजू सोनार की 2.18 करोड़ की संपत्ति कुर्क

रायबरेली : शहर कोतवाली और भदोखर में संगठित गिरोह चलाने वाले दो अपराधियों की चल-अचल संपत्ति रविवार की सुबह कुर्क कर दी गई। जिसकी कुल कीमत 2.18 करोड़ बताई गई है। कार्रवाई की जद में आने वाला एक व्यक्ति जिला पंचायत सदस्य भी है। अब दोनों के गिरोह में शामिल अन्य लोगों की भी कुंडली खंगाली जाने लगी है।

शहर में खाली सहाट निवासी राजीव कुमार रस्तोगी उर्फ राजू सोनार पुत्र शिव नारायन रस्तोगी उर्फ भोला रस्तोगी के खिलाफ गैंगस्टर के चार और 18 दूसरे मुकदमे नगर कोतवाली में दर्ज हैं। इसका खाली सहाट में बना दो मंजिला मकान कुर्क कर दिया गया, जिसकी कीमत 85 लाख बताई जा रही है। इसके अलावा एक एसयूवी गाड़ी भी जब्त कर ली गई। जो दस लाख कीमत की बताई गई है। सीओ सिटी अंजनी चतुर्वेदी और शहर कोतवाल अतुल कुमार सिंह ने बाकायदा मुनादी कराते हुए कुर्की की कार्रवाई की। उसके घर पर जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश का बोर्ड भी लटका दिया गया है। कार्रवाई के दौरान वहां काफी भीड़ भी जमा रही।

उधर, भदोखर इंस्पेक्टर रामाशीष उपाध्याय ने नई बस्ती, मुंशीगंज निवासी जिला पंचायत सदस्य व सपा नेता वीरेंद्र यादव पर गिरोह बंद अधिनियम के तहत कार्रवाई की। इसमें उसकी अहमदपुर नजूल में खरीदी गई करीब एक करोड़ की जमीन, दो स्कार्पियो और एक अन्य कार शामिल है। इनकी कीमत 1.18 करोड़ रुपये पुलिस रिकार्ड में दर्ज की गई है। वीरेंद्र के खिलाफ भदोखर, शहर कोतवाली, लालगंज और प्रयागराज के नवाबगंज थाने में लूट, बलवा, जानलेवा हमला सहित 15 मुकदमे दर्ज हैं। ये भदोखर थाने का टॉप वन अपराधी भी है।

आय का स्त्रोत बना अपराध:

जुआ, ठेकेदारी, लूटपाट, धमकाकर या जालसाजी करके प्रापर्टी लिखाने जैसे अपराधों में इनकी संलिप्तता रही। एक अपराधी ने इन कामों से कमाया पैसा प्रापर्टी डीलिग में लगाया। तो दूसरे ने बड़ी परियोजनाओं में बिल्डिग मैटेरियल सप्लाई का ठेका हथिया लिया। कुछ ही समय में ये करोड़पति बन गए। पहुंच और पैसों के रसूख से ये बचते रहे।

वर्जन

ये दोनों चिन्हित गैंगस्टर थे। इनकी चल अचल संपत्ति, जो इन्होंने गलत तरीके से धन कमाकर की, उसे कुर्क कराया गया है। ऐसे अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई होती रहेगी।

श्लोक कुमार, पुलिस अधीक्षक

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