माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी

तड़के से ही घाटों पर गूंजने लगे जयकारे स्नान और दान देकर सुख समृद्धि की कामना

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 12:18 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 12:18 AM (IST)
माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी
माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी

रायबरेली : माघी पूर्णिमा पर शनिवार को गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। सभी ने घाटों पर स्थित देवी देवताओं का पूजन कर परिवार के कल्याण की कामना की।

राजघाट, वीआइपी, पक्का, संकटमोचन, दीनशाह गौरा, बड़ा मठ, राजानेवाज सिंह घाटों पर भोर से ही श्रद्धालु पहुंच गए। सभी ने आस्था की डुबकी लगाई और सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। पौष माह की पूर्णिमा से शुरू हुआ कल्पवास माघी पूर्णिमा स्नान के बाद समाप्त हो गया। इसके साथ ही कल्पवासी एक माह का समय व्यतीत कर अपने घरों को लौटने लगे। बड़ा मठ के महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानंद गिरि ने बताया कि इस दिन गंगा स्नान कर दान देने वाले साधकों को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है।

ब्रह्मचारी बने सन्यासी

माघी पूर्णिमा पर बड़ा मठ के ब्रह्मचारी दिव्यानंद गिरि व राम चेतन ने सन्यास धारण किया। मठ परिसर में दूरदराज से आए संतों ने रामकथा सुनाई। महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानंद गिरि ने सभी संतो का अंग वस्त्र व रुद्राक्ष की माला भेंटकर सम्मानित किया।

जाम से जूझते रहे श्रद्धालु

आसपास के जनपदों से आए श्रद्धालुओं को कस्बे में जाम से सामना करना पड़ा। काफी समय तक लोग जाम में फंसे रहे। इसकी सूचना पर पुलिस पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद यातायात बहाल हो सका।

ऊंचाहार और सरेनी में भी उमड़ी भीड़

ऊंचाहार के गोकना, गोला, बादशाह समेत सभी घाटों पर दूरदराज से लोग स्नान करने पहुंचे। स्थानीय के साथ ही पड़ोसी जिले अमेठी और प्रतापगढ़ से भी काफी संख्या में आकर लोगों ने स्नान किया। इसी तरह सरेनी के गेंगासो, रालपुर, शिवपुरी घाटों पर लोगों का सुबह से ही जमावड़ा रहा।

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