हर्षोल्लास से मना प्रकाश पर्व, छका प्रसाद

बुधवार की अमृत बेला से पाठ कथा कीर्तन शुरू हो गया

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 12:14 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 12:14 AM (IST)
हर्षोल्लास से मना प्रकाश पर्व, छका प्रसाद
हर्षोल्लास से मना प्रकाश पर्व, छका प्रसाद

रायबरेली : गुरु गोविद सिंह का 354वां प्रकाश पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। बुधवार की अमृत बेला से पाठ, कथा, कीर्तन शुरू हो गया। इस मौके पर लोगों ने लंगर में प्रसाद छका।

मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगरूप सिंह, स्टडी सर्कल के वीर, बटाला से आए दर्शनजीत सिंह और धर्म प्रचार कमेटी अमृतसर से आए सतवंत सिंह ने अपनी कथा, कीर्तन द्वारा संगत को निहाल कर दिया। सुरेंद्र सिंह मोंगा ने कहा कि गुरुजी का जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना शहर में हुआ था। नौ वर्ष की उम्र में ही गुरु गद्दी सौंप दी गई थी। पटना साहिब सिख पंथ का दूसरा तख्त है। ज्ञानी जगरूप सिंह, सतवंत सिंह ने कहा कि पटना साहिब में गुरुद्वारा मैनी संगत है। अखंड पाठ साहब की समाप्ति के बाद लंगर की सेवा में लगे श्रद्धालुओं को सरोपा से सम्मानित किया गया।

सदर विधायक अदिति सिंह भी गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर अरदास में शामिल हुईं। गुरु सिंह सभा की ओर से सरोपा से सम्मानित किया गया। त्रिलोचन सिंह मोंगा, अवतार सिंह छाबड़ा, त्रिलोचन सिंह नरूला, गुरमीत सिंह तनेजा, पंजाब सिंह मोंगा, बलजीत सिंह मोगा, गुरजीत सिंह तनेजा, हरविदर सिंह सलूजा,हरचरण सिंह मोंगा, जसपाल सिंह रंजीत सिंह, गुरबख्श सिंह बग्गा आदि मौजूद रहे।

गुरुजी के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा

न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल त्रिपुला में प्रधानाचार्य शिवलखन प्रजापति ने गुरु गोविद सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। गुरुजी के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी। सताक्षी, अंशिका, सुखप्रीत और मनीत सिंह ने उन्हें समाज का सच्चा हितैषी बताया। जान्हवी दुबे, जोफिसा ने कलाकृति प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन छात्रा आकृति और अस्मिता ने किया। सीएस दास मिश्र, मो. फैजान खान, राकेश अवस्थी, अवधेश शर्मा, रामदेव, शाहीन खान, रामकिशोर, शिवकरन पाल, गिरीश चंद्र श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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