दस रुपये में प्लेटफार्म टिकट, रिजर्वेशन का किराया भी घटा
विशेष ट्रेनों में पूर्व की अपेक्षा महंगा था आरक्षित टिकट
रायबरेली : कोरोना काल में चलाई गई विशेष ट्रेनों को फिर से वही पुराने नंबर दे दिए गए हैं, जिन पर महामारी के आने के पहले उनका संचालन होता था। विशेष ट्रेनों में आरक्षित टिकट का लिया जा रहा अधिक किराया भी घटा दिया गया है।
रायबरेली रेलवे स्टेशन से होकर 28 जोड़ी ट्रेनें गुजरती हैं। इनमें से कानपुर-प्रतापगढ़, लखनऊ-प्रयागघाट, लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी और लखनऊ-प्रयागराज के बीच चलने वाली गंगा गोमती एक्सप्रेस ट्रेन ही अनारक्षित है। शेष गाड़ियां आरक्षित श्रेणी की हैं। कोरोना काल में इनको विशेष ट्रेन नाम देकर चलाया गया। रेलवे ने अब इन्हें पुराने नंबर आवंटित कर दिए हैं। इसके अलावा आरक्षित टिकट का किराया भी अधिक लिया जा रहा था। इसको भी सामान्य कर दिया गया है। पुरानी व्यवस्था के मुताबिक किराया ही चुकाना पड़ेगा। हालांकि, पहले की तरह सभी ट्रेनों में अनारक्षित टिकट और यात्रियों को मिलने वाली छूट की व्यवस्था के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
430 नहीं 335 रुपये में पहुंच जाएंगे दिल्ली
अन्य रेलगाड़ियों की तरह काशी विश्वनाथ को भी विशेष ट्रेन का नाम देकर चलाया जा रहा था। इसमें दिल्ली तक का आरक्षित टिकट 430 रुपये में मिलता था। विशेष का लगा हुआ ठप्पा हटने के बाद अब इस ट्रेन से दिल्ली जाने में 335 रुपये ही देने होंगे। इसी तरह अन्य ट्रेनों के आरक्षित टिकट के किराए में अंतर आया है।
30 की जगह 10 रुपये का हुआ प्लेटफार्म टिकट
महामारी आने के बाद रेलवे ने स्टेशन पर भीड़ कम करने के लिए प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ा दिया था। 10 की जगह पर लोगों से 30 रुपये लिए जा रहे थे। धीरे-धीरे अपनी पुरानी व्यवस्थाओं को लागू कर रहे महकमे ने अब इसे भी घटाकर पुन: 10 रुपये कर दिया है।
आरक्षित टिकट पर पुराना किराया लागू हो गया है। पूर्व की भांति सभी ट्रेनों में अनारक्षित टिकट चलाने का निर्णय रेलवे बोर्ड का है। इस बारे में अभी कोई दिशा निर्देश नहीं मिले हैं।
जगतोष शुक्ल, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, उत्तर रेलवे लखनऊ