जिला अस्पताल में एक हजार एलपीएम का आक्सीजन प्लांट तैयार

- टेस्टिग के बाद जल्द शुरू जाएगी निर्बाध आपूर्ति सांस के रोगियों को मिलेगी राहत

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:56 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:56 PM (IST)
जिला अस्पताल में एक हजार एलपीएम का आक्सीजन प्लांट तैयार
जिला अस्पताल में एक हजार एलपीएम का आक्सीजन प्लांट तैयार

रायबरेली : सांस के रोगियों के लिए ये अच्छी खबर है। जिला पुरुष अस्पताल में एक हजार लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) क्षमता का दूसरा आक्सीजन प्लांट भी तैयार हो गया है। इसकी टेस्टिग का काम बाकी है। जल्द ही अस्पताल के 250 बेडों पर निर्बाध आक्सीजन की आपूर्ति होने लगेगी।

टाटा कंपनी द्वारा एक हजार एलपीएम का आक्सीजन प्लांट जिला अस्पताल को दिया गया। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ही प्लांट लगाने का काम शुरू कर दिया गया, जिसे बहुत कम समय में पूरा कर लिया गया। डीआरडीओ द्वारा प्लांट में लगने वाली मशीनें उपलब्ध करा दी गईं। चीफ फार्मासिस्ट राजेश सिंह ने बताया कि अब सिर्फ टेस्टिग का काम बाकी है। सबकुछ ठीकठाक रहा तो सेंट्रल पाइप लाइन से बेडों तक आक्सीजन की आपूर्ति की जाने लगेगी। अस्पताल में पहले से 500 एलपीएम का प्लांट लगा है, जिससे 50 बेडों पर पाइप लाइन से प्राणवायु दी जा रही है। दूसरा प्लांट संचालित होगा तो यहां 250 बेडों पर आक्सीजन की उपलब्धता रहेगी। खासकर सांस के रोगियों को इससे काफी सहूलियत मिलेगी। नया प्लांट इमरजेंसी के पीछे खाली पड़े स्थान पर लगाया गया है।

अब इमरजेंसी में लगेंगे सिलिडर

जिला अस्पताल में करीब तीन सौ आक्सीजन सिलिडर हैं। आक्सीजन पाइप लाइन होने की वजह से सांस के रोगियों को वार्ड नंबर दो और तीन में ही भर्ती किया जाता था। अब करीब 250 बेडों पर लाइन बिछा दी गई है। इमरजेंसी वार्ड में भी पाइप लाइन की व्यवस्था कर दी गई। प्लांट बंद होने की स्थिति में यानी इमरजेंसी में ही अब आक्सीजन सिलिडर की जरूरत पड़ेगी।

आक्सीजन प्लांट तैयार हो गया है। टेस्टिग के बाद इसे उपयोग में लाया जाएगा। सांस की बीमारी से ग्रसित रोगियों को इससे काफी सहूलियत मिलेगी। पाइप लाइन बिछाने का काम भी पूरा हो चुका है।

डा. एनके श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

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