अधिकारी मौजूद, मातहत रहे गायब
- एसडीएम के पास आईं चंद शिकायतें जांच रिपोर्ट तैयार करने में व्यस्त मिले नायब तहसीलदार
रायबरेली : सदर तहसील में शुक्रवार को अफसर तो मिले, लेकिन फरियादी बहुत कम आए। आम दिनों में ठीक इसके उल्टा होता है। बारिश मुख्य वजह रही, जिसके कारण सीमित संख्या में शिकायतें आईं। लेखपाल संग दूसरे कर्मचारी नदारद दिखे। एक तरह से तहसील परिसर में सन्नाटा पसरा रहा।
सुबह 11.30 बजे : एसडीएम अंशिका दीक्षित कार्यालय में मौजूद रहीं। कुछ फरियादी शिकायती पत्र लेकर आ गए थे। उन्होंने बारी-बारी से उनकी शिकायतें सुनीं और संबंधित कर्मचारियों को जांच के संबंध में लिखा। कार्यालय के बाहर सुरक्षा कर्मी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अतिरिक्त चार-पांच फरियादी ही बैठे मिले। बताया की भूमि विवाद का मामला लेकर आए हैं।
दोपहर 12 बजे : लेखपाल संघ कार्यालय में राजस्व निरीक्षक राजेंद्र शुक्ल ही काम करते मिले, बाकी सीटें खाली थीं। 12.15 बजे : नायब तहसीलदार रीतेश सिंह ऑफिस में काम करते मिले। पूछने पर बताया कि अब तक उनके पास कोई शिकायती पत्र नहीं आया है। विभागीय कार्यों की कुछ पत्रावलियां लंबित थीं, उन्हीं को निस्तारित कर रहे हैं। तहसीलदार अमिता यादव के कार्यालय में ताला लटका मिला। कर्मियों ने बताया कि मैडम फील्ड में गई हैं। हालांकि उनके कार्यालय के गेट पर टेप चिपका था, ताकि कोई अंदर न जा सके। ऐसा नजारा एसडीएम और नायब तहसीलदार के गेट पर नहीं दिखा।
कंप्यूटर कक्ष सहित कई कर्मचारियों के कमरों में ताला लटका मिला। लेखपाल भी नजर नहीं आए। ऐसे में यहां कर्मचारियों की मनमानी साफ तौर पर दिखी।
इनकी सुनें
तहसीलदार की ड्यूटी हरचंदपुर ब्लॉक में ग्राम प्रधानों के शपथग्रहण के लिए लगाई गई थी। लेखपालों की मीटिग तीन बजे होनी थी, जो बारिश की वजह से स्थगित कर दी गई। सिर्फ मंगलवार व शुक्रवार को ही लेखपालों को तहसील बुलाया जाता है।
अंशिका दीक्षित, एसडीएम सदर