सीएचसी में नवजात की मौत, नर्स पर 1100 रुपये वसूलने का आरोप
- गुरुवार देर रात की घटना परिवारजन ने किया हंगामा
रायबरेलीं : सीएचसी में प्रसव के करीब 12 घंटे के बाद नवजात की मौत हो गई। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिवारजन ने जमकर हंगामा किया। साथ ही स्टाफनर्स पर डिलीवरी के नाम पर सुविधा शुल्क वसूलने का आरोप भी लगाया। अधीक्षक ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।
मेड़ौली निवासी देवी शंकर की पत्नी पूजा को प्रसव पीड़ा होने पर गुरुवार को सीएचसी में भर्ती कराया गया। सुबह लगभग 10 बजे प्रसव होने के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ थे। स्टाफनर्स ने वार्डआया के सहयोग से डिलीवरी कराई थी, क्योंकि उस वक्त महिला चिकित्सक मौजूद नहीं थीं। जन्म के बाद नवजात का टीकाकरण हुआ, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। प्रसूता के साथ मौजूद उसकी मां सुमन और सास फूलमती ने ये बात डॉक्टर से बताई तो उन्होंने बाहर की कुछ दवाएं लिखीं और बच्चे को देने की सलाह दी। इस दौरान स्टाफनर्स ने बताया कि बच्चे को ऑक्सीजन की आवश्यकता है, जो शाम को दी जाएगी। समय से नवजात को ऑक्सीजन भी नहीं दी गई और रात में उसकी मौत हो गई। इससे नाराज परिवारजन ने सीएचसी परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। देवी शंकर ने बताया कि डिलीवरी कराने के नाम पर स्टाफनर्स ने उनसे 1100 रुपये भी लिए, लेकिन बच्चे का सही से उपचार नहीं किया गया।
सीएचसी में मौजूद डा. मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि बच्चे का वजन कम था, इसलिए उसको जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई थी। इलाज में लापरवाही नहीं कि गई है। स्टाफनर्स द्वारा पैसे लेने की जानकारी नहीं है। सीएचसी अधीक्षक को मामले से अवगत करा दिया गया है। अधीक्षक डा. भावेश सिंह ने बताया कि प्रकरण की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।