किसान नेताओं पर पुलिस का पहरा, थाने में बैठाया
ायबरेली लखीमपुर की घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को पुतला दहन का आह्वान
ायबरेली : लखीमपुर की घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को पुतला दहन का आह्वान किया था। इसको लेकर पुलिस प्रशासन पहले से सतर्क रहा और किसानों नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया। दोपहर बाद उन्हें थाने लाकर बैठा लिया गया, किसान संगठनों ने पुलिसिया कार्रवाई पर आक्रोश जताया है। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार को उनके मलिकमऊ स्थित घर पर पुलिस ने नजरबंद किया। अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव सुरेश शर्मा ने बताया कि जिलाध्यक्ष फूलचंद मौर्य को पुलिस ने भदोखर थाने में बैठा लिया। डलमऊ में पुलिस ने किसान नेताओं को पहले उनके घरों में नजरबंद किया। दोपहर में सभी को कोतवाली लाया गया। कोतवाली परिसर में किसान नेता देर शाम तक बैठे रहे। भाकियू जिला महासचिव मनोज यादव ने कहा कि किसानों की आवाज को़ दबाया नहीं जा सकता है। तहसील अध्यक्ष प्रमोद पटेल ने कहा किसानों की बात कोई सुनना नहीं चाहता है। सुबह आंख खुली तो दरवाजे पुलिस का पहरा लगा था। डलमऊ कोतवाली प्रभारी पंकज त्रिपाठी ने बताया कि किसानों को कोतवाली लाया गया है, लेकिन न उनको नजर कैद किया गया है और न ही उनकी गिरफ्तारी की गई है। किसान नेताओं से कई स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की गई। ?परशदेपुर में पुलिस ने भाकियू अराजनैतिक गुट के प्रदेश अध्यक्ष लालता प्रसाद शुक्ल को घर पर ही नजरबंद किया। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर नसीराबाद कस्बे में पुतला दहन करना था। थानाध्यक्ष दयानंद तिवारी ने बताया कि पुतला दहन की सूचना मिलने पर पर किसान नेता को घर पर ही नजरबंद किया गया है।