जो काम पुलिस नहीं कर पाई वो श्वान ने किया, आरोपित गिरफ्तार

रायबरेली पांच साल के बच्चे की जघन्य तरीके से हत्या कर दी गई। पुलिस को उसी के परिवारवाल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 12:06 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 12:06 AM (IST)
जो काम पुलिस नहीं कर पाई वो श्वान ने किया, आरोपित गिरफ्तार
जो काम पुलिस नहीं कर पाई वो श्वान ने किया, आरोपित गिरफ्तार

रायबरेली: पांच साल के बच्चे की जघन्य तरीके से हत्या कर दी गई। पुलिस को उसी के परिवारवालों पर शक था, लेकिन महत्वपूर्ण लीड नहीं मिल रही थी। लखनऊ से डाग स्क्वायड आया तो उत्कल ने कुछ ही देर में वारदात की सारी कड़ियां जोड़ दी। उसके आने से ना केवल आलाकत्ल बरामद हुआ, बल्कि हत्या में शामिल पांचों आरोपित भी धर लिए गए।

नसीराबाद के पूरे शिव प्रसाद मजरे मकदूमपुर गांव में 29 नवंबर को हरिश्चंद्र के बेटे रुद्र का अपहरण कर लिया गया। उसी दिन उसकी हत्या कर दी गई और रात में शव गांव के बाहर तालाब में छिपा दिया गया। परिवार के लोग रुद्र को तलाशते रहे, साथ ही स्थानीय पुलिस भी उनके साथ लगी रही। तीन दिसंबर को जब बच्चे का शव मिला और उसके सिर पर चोट के निशान मिले तो पुलिस हरकत में आ गई। शनिवार को लखनऊ से डाग स्क्वायड बुलाया गया। डागी उत्कल को रुद्र के कपड़े सुंघाए गए और कछ ही देर में उसने तीन जगह जाकर पुलिस की राह आसान कर दी। जी हां, सबसे पहले वह हत्यारोपित बालगोविद के घर के आंगन में गया, जहां पर मासूम की हत्या की गई थी। इसके बाद वह खेत में लगे भूसे के ढेर के पास गया, जहां पर वो बोरी छिपाई गई थी, जिसमें हत्या करने के बाद रुद्र का शव रखा गया था। अंत में वह तालाब में उस जगह पहुंचा, जहां पर बच्चे का शव छिपाया गया था। उत्कल की मदद से आलाकत्ल बांका और आरोपितों के खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए गए। बता दें कि रुद्र की हत्या में उसी के चचेरे बाबा राम केतार, चाचा बाल गोविद और बबलू, बुआ मीना और नीतू का हाथ था, जो अब जेल में हैं।

वर्जन,

रुद्र की हत्या से जुड़े कई महत्वपूर्ण साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। वारदात के आरोपितों को सजा जरूर मिलेगी। ब्लाइंड मर्डर केस के खुलासे में डाग स्क्वायड की भूमिका सबसे अहम रही।

श्लोक कुमार, पुलिस अधीक्षक

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