ढोल-नगाड़े और डीजे की धुन पर थिरके भक्त, 1500 मूर्तियों का भू-विसर्जन

रायबरेली शारदीय नवरात्र पर भक्तों ने मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर सुबह शाम पूजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 11:10 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 11:10 PM (IST)
ढोल-नगाड़े और डीजे की धुन पर थिरके भक्त, 1500 मूर्तियों का भू-विसर्जन
ढोल-नगाड़े और डीजे की धुन पर थिरके भक्त, 1500 मूर्तियों का भू-विसर्जन

रायबरेली : शारदीय नवरात्र पर भक्तों ने मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर सुबह शाम पूजन किया। शु्क्रवार को भक्तों ने गाजे बाजे के साथ विसर्जन यात्रा निकाली। भक्तिमय माहौल में झूमते हुए भक्त नदियों के तट पर पहुंचे और प्रतिमाओं का भू-विसर्जन किया। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रही। हर जगह प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी निगहबानी में करीब 1500 प्रतिमाओं का भू-विसर्जन कराया। सुबह से शुरू हुआ यह सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा।

शहर में जवाहर विहार कालोनी, घंटाघर, सुपर मार्केट सहित कई मुहल्लों और घरों में स्थापित प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए श्रद्धालु सुबह से ही राजघाट स्थित सई नदी के तट पर पहुंचने लगे। विसर्जन के लिए अलग-अलग जगह गड्ढे खोदे गए थे। तट पर भीड़ ज्यादा न हो, इसको ध्यान में रखकर एक-एक करके भू-विसर्जन कराया गया। दिन भर पुलिस लाइंस से लेकर राजघाट तक लोगों का तांता लगा रहा। पुलिस अधिकारी हर मोड़ पर मुस्तैदी से डटे रहे।

इनसेट-- अबीर गुलाल उड़ाते गंगा तट पहुंचे भक्त

डलमऊ और ऊंचाहार के खरौली, गोकना, बादशाहपुर गंगा घाट पर गड्ढे खोदे गए थे। लोग अबीर गुलाल उड़ाते गाजे-बाजे के साथ मूर्तियों के भू-विसर्जन के लिए गंगा घाटों पर पहुंचे। वैदिक मंत्रोच्चार व जयकारों के बीच देवी प्रतिमाओं का भू-विसर्जन किया गया। सरेनी के गेगासो, रालपुर, कलैया खेड़ा, निगसर, सौरई नाला व लोन नदी के किनारे करीब 326 देवी मूर्तियों का विसर्जन किया गया। परशदेपुर में सई के किनारे, खीरों क्षेत्र के पाहो, रनापुर पहरौली, दुकनहा समेत अन्य गांवों में स्थापित दुर्गा मूर्तियों का नहर किनारे भू-विसर्जन किया गया। हरचंदपुर के छतैया स्थित श्री भीटेश्वर बाबा मंदिर में स्थापित प्रतिमा को डलमऊ ले जाया गया। पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह, नरेंद्र सिंह भंडारी, पूर्व विधायक राजाराम त्यागी, जिलाध्यक्ष रामदेव पाल मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी