प्रधान प्रत्याशी की मौत, हत्या की आशंका
ग्राम सभा खीरों के प्रधान पद प्रत्याशी का शव रविवार की सुबह उसके घर से कुछ दूरी
खीरों : ग्राम सभा खीरों के प्रधान पद प्रत्याशी का शव रविवार की सुबह उसके घर से कुछ दूरी पर पुलिया के नीचे पड़ा मिला। परिवारजनों का आरोप है कि चुनावी रंजिश में उनकी हत्या कर दी गई। हालांकि इस प्रकरण में देर शाम तक कोई तहरीर नहीं दी गई। पुलिस का कहना है कि शरीर पर कहीं चोट के निशान नहीं है।
जेनापुर मजरे खीरों निवासी रामबरन उर्फ बन्ना पासी ने पंचायत चुनाव में खीरों ग्राम पंचायत की प्रधान पद की आरक्षित सीट से चुनाव लड़ा था। वह शनिवार की रात लगभग नौ बजे कस्बा खीरों स्थित अपने चुनाव कार्यालय से कुछ सहयोगी संग बाइक जेनापुर घर के लिए निकला था। वापसी में जब उसके साथी चले गए तो वह अपने घर से चंद कदम की दूरी पर स्थित नहर की पुलिया पर बैठ गया। रात में घर न पहुंचने पर परिवार के लोगों को लगा कि शायद वह चुनाव कार्यालय में रुक गया होगा। प्रचार के दौरान अधिकतर रामबरन खीरों में रुक जाता था। मृतक रामबरन की पत्नी राजरानी ने बताया कि यही सोचकर किसी ने उनकी खोजबीन भी नहीं की थी। रविवार की सुबह ग्रामीणों ने उनका शव उसी नहर की पुलिया के नीचे संदिग्ध अवस्था में पड़ा देखा। ग्रामीणों ने उसके परिवारीजनों को सूचना दी, जिसके बाद प्रत्याशी को सीएचसी लाया गया, यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होने पर रामबरन के दरवाजे ग्रामीणों का मजमा लग गया । मृतक के बड़े बेटे राजकिशोर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घर के लोगों ने राम बरन की हत्या करने की आशंका जताई है। प्रभारी निरीक्षक बृजमोहन ने बताया कि प्रकरण की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। हत्या का कारण बता रहे चुनावी रंजिश
मृतक रामबरन के चारों बेटे राजकिशोर, रामशंकर, राजू और संगीत दूसरे शहरों में ईंट भट्ठे में मजदूरी करते हैं। पिता के चुनाव लड़ने के कारण चारों 14 अप्रैल को गांव प्रचार करने के लिए आ गए थे। अभी सब यहीं पर थे, कि अचानक रामबरन की मौत हो गई। चारों भाईयों ने चुनावी रंजिश में हत्या किए जाने की आशंका जताई है।