नौ दिनों से लापता सेवादार का मिला कंकाल
मंदिर के पीछे जंगल में मिला अस्थिपंजर फॉरेंसिक टीम ने भी की छानबीन
रायबरेली : कोतवाली क्षेत्र के पूरे तीर मजरे खरौली गांव में स्थित शिव मंदिर से लापता वहां के सेवादार का कंकाल मंदिर से महज दो सौ मीटर दूर जंगल में मिला है। कपड़ों से सेवादार की शिनाख्त की गई है।
क्षेत्र के गांव पूरे महराज मजरे कंदरावा निवासी जगदीश (78) पिछले कई वर्षाें से मंदिर में सेवादार थे। पांच सितंबर को वह अपने नाती विनोद के साथ गांव से मंदिर आए थे, तभी से वह गायब चल रहे थे। सोमवार की सुबह एक अस्थिपंजर मंदिर के पीछे जंगलों में मिला। सूचना पर पहले स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और फिर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। जगदीश के घरवालों ने कपड़ों से कंकाल उन्हीं का होने की शिनाख्त की। जिसके बाद से पुलिस उनकी मौत का कारण खोजने में जुटी है। अभी तक ये माना जा रहा है कि जगदीश मंदिर के पीछे शौच के लिए गए होंगे, तभी जंगली जानवरों ने हमला करके उन्हें अपना निवाला बना लिया होगा। कोतवाल पंकज तिवारी ने बताया कि उक्त कंकाल जगदीश का है, इसकी पुष्टि उनके घरवालों ने की है। पोस्टमॉर्टम के साथ ही डीएनए भी कराया जाएगा, ताकि ये स्पष्ट हो जाए कि उक्त कंकाल किसका है।