19 दिनों तक किशोरी को थाने पर रोका, गायब होने पर परिवारवालों को पीटा
- रहस्यमय परिस्थितियों में फिर वापस थाने में मिली किशोरी पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
रायबरेली: प्रेमी संग घर से भागी किशोरी को थाने में 19 दिन तक रोककर रखा गया। मंगलवार को अचानक वह गायब हो गई तो शंका के आधार पर उसके घरवालों को पीटा गया। बुधवार को फिर किशोरी रहस्यमय परिस्थितियों में वापस थाने आ गई। उसे मीडिया से बात तक नहीं करने दिया गया। घटना से जुड़े कई सवालों के जवाब थानेदार भी नहीं दे रहे हैं।
मामला क्षेत्र से जुड़े एक गांव का है। ऊंचाहार के लक्ष्मीगंज से राजला नाम का युवक उक्त गांव में पालेसर में काम करने आया था। तभी उसकी किशोरी से नजदीकियां बढ़ गईं। चार फरवरी को दोनों भाग गए, मगर पांच फरवरी को पुलिस ने किशोरी को बरामद कर लिया। छह फरवरी को राजला ने भी गिरफ्तारी दे दी और उसे जेल भेज दिया गया। किशोरी के पिता का आरोप है कि तब से अब तक उसकी बेटी को थाने पर रोककर रखा गया है। मंगलवार को जब उसकी बेटी थाने से गायब हो गई तो जगतपुर पुलिस उसके घर आई। उसे, उसकी पत्नी और दो बेटियों को जमकर मारापीटा। कहा कि किशोरी कहां गई है, उसे ढूंढकर लाओ। बुधवार को फिर बताया गया कि किशोरी मिल गई है, उसे थाने पर रोका गया है।
अलग-अलग बयान पैदा कर रहे संदेह
किशोरी को 21 दिनों तक थाने में रोकने के प्रश्न पर एसओ अमरनाथ यादव ने बताया कि 164 के बयान सहित अन्य कानूनी कार्रवाई के लिए उसे रोका गया है। किशोरी कहीं गायब नहीं हुई है और न ही उसके घरवालों के साथ कोई मारपीट की गई। वहीं सीओ का कहना है किशोरी को उनके घरवालों के सिपुर्द कर दिया गया था। अफसरों के बयान ही संदेह पैदा कर रहे हैं।
एएसपी बोले
मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
विश्वजीत श्रीवास्तव, एएसपी