तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के लिए एल-टू हॉस्पिटल तैयार

- एम्स और जिला अस्पताल के अलावा चार सीएचसी में बन रहे हैं पीकू वार्ड - रोहनिया में ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य पूर्ण डीह में काम अंतिम दौर में

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Jul 2021 11:28 PM (IST) Updated:Tue, 13 Jul 2021 11:28 PM (IST)
तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के लिए एल-टू हॉस्पिटल तैयार
तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के लिए एल-टू हॉस्पिटल तैयार

रायबरेली : कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के चलते स्वास्थ्य महकमा पहले से तैयारियों में लग गया है। एल-टू फैसिलिटी सेंटर रेलकोच कारखाना में बच्चों की देखरेख के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिला अस्पताल में 15 और एम्स में 20 बेड के पीकू वार्ड बनाए जा चुके हैं। रोहनिया, डीह, शिवगढ़ और खजूरगांव में भी पीडियाट्रिक वार्ड बनाने का काम अंतिम दौर में है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ में 20 में से 12 बेड बच्चों के लिए रिजर्व किए गए हैं। यहां 10 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) के दो और पांच के दस कंसंट्रेटर के साथ ही ऑक्सीजन सिलिडर भी उपलब्ध करा दिए गए हैं। बाइपैप मशीन भी लगनी है। बिजली की व्यवस्था के लिए 25 केवीए का जनरेटर लगाया गया है। सीएचसी रोहनिया में भी 12 बेड के लिए दस एलपीएम के दो और पांच के 25 कंसंट्रेटर रखे गए हैं। यहां ऑक्सीजन पाइप लाइन काम का काम पूरा हो चुका है और ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है। बिजली बैकअप के लिए 50 केवीए का जनरेटर लगना है। सीएचसी डीह में 12 बेड रिजर्व किए गए हैं। ऑक्सीजन के लिए दस के चार और पांच एलपीएम के 23 कंसंट्रेटर सुरक्षित किए गए हैं। यहां भी ऑक्सीजन पाइप लाइन का काम पूरा हो चुका है। पांच ऑक्सीजन सिलिडर भी उपलब्ध करा दिए गए हैं। इस सीएचसी पर भी एक बाइपैप मशीन सहित 50 केवीए का जनरेटर लगना है। खजूरगांव में 12 बेड का पीकू वार्ड बनाया गया है। 27 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आ गए हैं। 25 केवीए का जनरेटर लगना है। एल-टू हॉस्पिटल

20 ऑक्सीजन बेड

20 आइसीयू बेड

1 बाइपैप मशीन

1 बाल रोग विशेषज्ञ

5 प्रशिक्षित चिकित्सक

18 मेडिकल ऑफिसर

18 प्रशिक्षित मेडिकल ऑफिसर

12 नर्स

12 प्रशिक्षित नर्स

1 ऑक्सीजन प्लांट (225 एलपीएम)

46 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका है। इसी के मद्देनजर इलाज की तैयारियां की जा रही हैं। जिला अस्पताल, एम्स के अलावा एल-टू हॉस्पिटल व चार सीएचसी में पीकू वार्ड बनाए जा रहे हैं।

डॉ. वीरेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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