अश्व प्रजाति के लिए घातक है ग्लैंडर्स बीमारी
प्रशिक्षण में उपचार और सतर्कता बरतने के दिए निर्देश
रायबरेली : पशुपालन विभाग की ओर से शुक्रवार को महात्मा गांधी सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें ग्लैंडर्स एंड फारसी बीमारी के बारे में प्रतिभागियों को बताया गया। अश्व प्रजाति में इस रोग की संभावना अधिक होती है। इनके माध्यम से लोगों के शरीर में भी फैल सकता है।
मुख्यपशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. गजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि यह बीमारी अश्व प्रजाति के साथ स्तनधारी मवेशियों और मनुष्यों में भी फैल सकती है। मनुष्यों में इस बीमारी से मांसपेशी, छाती में दर्द, मांसपेशियों में अकड़न, सिरदर्द और नाक से पानी निकलने लगता है। जनपदीय नोडल अधिकारी डॉ. यशपाल सिंह ने कहा कि इसमें सतर्कता बरतनी चाहिए। डॉ नितेंद्र सिंह ने कहा कि सीरो सर्विलांस योजना अंतर्गत प्रतिमाह इस रोग की जांच के लिए सीरम सैंपल राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान हिसार भेजे जाते हैं। डॉ. वीके पांडेय, डॉ. रामशब्द, डॉ. दिनेश मौर्य ने चिकित्सकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से पशु चिकित्सकों को महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी दी।
डॉ. पीएस निरंजन ने कहा कि घोड़ों के सैंपल पॉजिटिव आए तो केंद्र से पांच किमी एरिया में सौ प्रतिशत घोड़ों का सैंपल और पांच से 10 किमी में 50 प्रतिशत का नमूना लिया जाना चाहिए। इस रोग का कोई इलाज अथवा टीका नहीं है। उन्होंने ई-गोपाला एप से मिलने वाली तकनीक, प्राथमिक उपचार, संक्रामक रोगों का टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी दी। डॉ. एचएन मिश्र, डॉ. कर्णवीर सिंह समेत 80 चिकित्सक और कर्मी मौजूद रहे।
टीकाकरण में आधी आबादी ने मारी बाजी रायबरेली : कोरोनारोधी वैक्सीन के टीकाकरण में दोबारा महिलाओं ने बाजी मारी है। वैक्सीनेशन सेंटर पर 333 पुरुषों के सापेक्ष 1268 महिलाकर्मी पहुंचीं और टीका लगवाया। 16 जनवरी को हुए वैक्सीनेशन भी पुरुषों के सापेक्ष चार गुना ज्यादा महिलाओं ने कोरोनारोधी टीका लगवाया था।
निर्विघ्न हुआ वैक्सीनेशन
हरचंदपुर में बीपीएम आरती सिंह ने बताया कि 141 महिलाओं एवं 17 पुरुषों को टीकाकरण किया गया है। डीह में 148 लोगो को वैक्सीन लगाई गई, जिसमें 32 पुरुष स्वास्थ्य कर्मी व 116 महिला स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। नवीन प्राथमिक स्वास्थ केंद्र सलोन में 164 लोगों ने टीका लगवाया। सभी 12 केंद्रों पर निर्विघ्न वैक्सीनेशन हुआ। साहब ने टीका लगवा लिया, तुम भी लगवा लो
रायबरेली : सुबह सीएचसी अधीक्षक ने टीकाकरण की शुरुआत कराई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आवक कम थी। उन्हें सुपरवाइजर फोन करके बुला रही थीं कि आ जाओ, साहब ने टीका लगवा लिया है। सब ठीक है, कुछ नहीं होगा। उनके आग्रह को कार्यकर्ताओं ने माना भी।
फिर मिले 12 मरीज
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि शुक्रवार को कोरोना के 12 मरीज मिले हैं। एक पॉजिटिव केस स्वस्थ होकर घर लौट गया है। धीरे-धीरे संक्रमण कम हो रहा है, मगर सावधानी बरतनी जरूरी है।