मंदिर निर्माण में एमएलसी ने दिए एक करोड़ 21 लाख

- जगदगुरु रामभद्राचार्य ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव को सौंपी धनराशि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 12:15 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 12:15 AM (IST)
मंदिर निर्माण में एमएलसी ने दिए एक करोड़ 21 लाख
मंदिर निर्माण में एमएलसी ने दिए एक करोड़ 21 लाख

रायबरेली : सिविल लाइंस स्थित एमएलसी के आवास (पंचवटी) में सोमवार को कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें पंचवटी परिवार की ओर से आम लोगों के सहयोग से मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ 21 लाख रुपये की समर्पण राशि दी गई। एमएलसी की ओर से पद्म विभुषण जगतगुरु रामभद्राचार्य ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव को धनराशि का सूटकेस सौंपा।

एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, गणेश सिंह, विधायक राकेश सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह, बृजेश सिंह ने सभी अतिथियों को प्रतीक स्वरूप राम मंदिर भेंट किया और माला पहनाकर स्वागत किया। महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह राम जन्मभूमि का मंदिर हिदुस्तान की अस्मिता का मंदिर है। भगवान की जन्मभूमि को तोड़े जाने का काम हिदुस्तान की ग्लानि का दिन है तो आज गौरवगाथा का दिन है। हमने सोचा था कि 11 करोड़ परिवारों का सहयोग लेंगे, लेकिन यह सामने आया कि 10 करोड़ की संख्या अब तक हम पार कर चुके हैं। चित्रकूट के तुलसी आश्रम के पीठाधीश्वर के उत्तराधिकारी रामचंद्र दास, बड़ा मठ के पीठाधीश्वर देवेंद्रानंद गिरि, हाईकोर्ट अधिवक्ता विमल श्रीवास्तव, रामगोपाल त्रिपाठी मौजूद रहे।

रायबरेली की रही भूमिका

महासचिव चंपत राय ने कहा कि इस आंदोलन में रायबरेली के लोगों की बड़ी भूमिका रही है। यहां के श्रीशचंद्र दीक्षित 1951 में आइपीएस अफसर बने और उनकी ट्रेनी के तौर पर अयोध्या में पोस्टिग हो गई। वहां तुलसी उद्यान में महारानी विक्टोरिया की मूर्ति को हटवाकर तुसलीदास की स्थापित की।कैसे तनाव दूर हो, इसके लिए यहां के रहने वाले और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के दोस्त कौशल को जिम्मेदारी सौंपी गई। तीसरे विमल श्रीवास्तव जिन्हें अयोध्या मामले की सुनवाई के दौरान केस की जिम्मेदारी सौंपी गई।

नवंबर में आएंगे पीएम

तुलसी पीठाधीश्वर जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि नवंबर माह एमएलसी और उनके परिवार के आग्रह पर श्रीराम कथा का कार्यक्रम दिया है। उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाया जाएगा। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि अब यहां सूर्पनखा की नाक कटेगी और सीता विराजेंगी। एमएलसी मेरी बात मानकर भाजपा में शामिल हुए, राकेश सिंह से कहा कि तुम वहीं रहो, यह नाम के वहां, पर हैं यहां।

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