घरों तक पहुंचा बाढ़ का पानी, बिगड़े हालात

डलमऊ गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 12:07 AM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 12:07 AM (IST)
घरों तक पहुंचा बाढ़ का पानी, बिगड़े हालात
घरों तक पहुंचा बाढ़ का पानी, बिगड़े हालात

डलमऊ : गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे प्रभावित गांवों के घरों की दहलीज तक पहुंच गया। कटरी क्षेत्र के हालात बिगड़ रहे हैं। लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। इन सबके बीच किसानों ने अभी आस नहीं छोड़ी और नाव के सहारे फसल बचाने में जुटे हैं। इस बीच डीएम, एसपी और एएसपी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने मातहतों को आवश्यक निर्देश दिए।

वैसे तो कटरी क्षेत्र के 13 गांव बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आते हैं, लेकिन अमहा, जमालनगर मोहद्दीनपुर, पूरे रेवती सिंह, बबुरा गांव इस समय बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हैं। इन गांवों के घरों तक पानी पहुंच गया। जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो शुक्रवार तक घरों में पानी भर जाएगा। इन गांवों का रास्ता भी पूरी तरह से बदहाल है। अमहा गांव के ग्रामीण कटरी क्षेत्र में खेतों में बनाए गए अस्थाई बसेरे से सामान समेटकर नाव से लाते रहे। वहीं, जिन किसानों की फसल तैयार थी, वे नाव के सहारे धान की कटाई कर रहे हैं। शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 98.910 मीटर पर पहुंच गया। खतरे का निशान 99.360 मीटर है। बाढ़ क्षेत्र का जायजा लेने के लिए डीएम वैभव श्रीवास्तव, एसपी श्लोक कुमार, एडीएम प्रशासन अमित कुमार भीटी गांव पहुंचे। वहां करीब 15 मिनट रहे। ग्रामीणों से बात कही और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। मोहद्दीनपुर, जहांगीराबाद, अमहा गांवों में नाव लगा दी गई है। उपजिलाधिकारी अंशिका दीक्षित ने बताया कि लेखपालों की ड्यूटी लगाई गई है।

सड़क बनवाने की मांग

डीएम को देख ग्रामीणों ने उनके सामने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के कनहा-चकमलिक भीटी मार्ग को बनवाने की मांग रखी। ग्रामीणों ने कहा कि घरों के चारों ओर पानी भरा है। कम से कम रास्ता तो दुरुस्त करा दीजिए। इस पर डीएम ने मार्ग बनवाने का आश्वासन दिया। स्कूल में ठहरा बिहार का परिवार

चकमलिक भीटी गांव के सामने ठेके पर छह बीघे भूमि लेकर गिरिजा देवी निवासी पजरावां, बिहार परिवारजन के साथ परवल की खेती कई वर्षों से करती हैं। बाढ़ की चपेट में आने से पूरी फसल चौपट हो गई। एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार अभिनव पाठक ने उक्त परिवार को जूनियर हाईस्कूल भीटी में रहने की व्यवस्था की।

उम्मीदों के सहारे राह तकते कटते दिन

जिन गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया, वहां के लोग दिनभर सड़क किनारे बैठकर उच्चाधिकारियों का इंतजार करते हैं। उन्हें आस रहती है कि शायद जिम्मेदारों की नींद टूटे और गृहस्थी बच सके। ऐसे हालात में भी अफसर मदद के बजाय आश्वासनों से उनका पेट भर रहे हैं। बाढ़ प्रभावितों की तैयार करें लिस्ट

सरेनी : डीएम, एसपी ने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित भक्ता खेड़ा, पूरे सुकरू समेत अन्य गांवों का निरीक्षण किया। डीएम से सड़क के किनारे चारपाई पर बैठीं पूरे भूली गांव की भोली से पूछा कि खाने को है कि नहीं। इस पर महिला ने जवाब दिया कि अभी तो है। भक्ता खेड़ा में लगे चिकित्सा शिविर में चिकित्सक और फार्मासिस्ट से दवाओं के बारे में जानकारी ली। डीएम ने लेखपालों को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावितों की लिस्ट शीघ्र तैयार कर लें।

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