115 ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज, एएसपी को जांच
- चकबंदी के विरोध में पुलिस और राजस्व टीम पर हमला करने का मामला - लाठीचार्ज में घायल 14 ग्रामीणों ने रविवार को सीएचसी में कराया उपचार
रायबरेली : गुनावर कमंगलपुर के पुरवा महुआ खेड़ा में शनिवार को पुलिस और राजस्व टीम पर हमला करने के आरोप में थानाध्यक्ष की तहरीर पर 115 ग्रामीणों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कप्तान ने एडीशनल एसपी को मामले की जांच सौंपी है। पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई से गांव के लोगों में अभी भी आक्रोश व्याप्त है। वे नई चकबंदी समिति गठित कर नापजोख कराने की मांग पर अड़े हुए हैं।
शनिवार को चकबंदी अधिकारी बृजेंद्र सिंह राजस्व और पुलिस टीम के साथ महुआ खेड़ा चकबंदी करने पहुंचे थे। बिना पूर्व सूचना के नापजोख शुरू होने पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई। बताया कि नई चकबंदी समिति गठित करके आगे की कार्रवाई के संबंध में दो दिन पहले ही डीएम को शिकायती पत्र दिया गया है, इसके बावजूद उनकी नहीं सुनी जा रही है। बात बढ़ी और पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ने का प्रयास किया। इसी बात से आक्रोशित गांव के लोगों ने पुलिस और राजस्व टीम पर हमला कर दिया, जिसमें थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह और एक सिपाही घायल हो गए। दोनों टीमों को वहां से भागना पड़ा। बाद में कई थानों की फोर्स वहां बुला ली गई। एसडीएम सदर अंशिका दीक्षित ने ग्रामीणों से बात की और जमीन से जुड़े जरूरी प्रपत्र कार्यालय लाने के लिए कहा। इसी प्रकरण में थानाध्यक्ष की तहरीर पर दस नामजद और 100 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ मारपीट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने आदि धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच एएसपी विश्वजीत श्रीवास्तव को सौंपी गई है।
नेता के भाई पर आरोप
गुनावर कमंगलपुर गांव के बसंतलाल, बाबूलाल, संतोष, खुर्शीद अहमद, छोटेलाल ग्रामीण शनिवार की रात एसपी से मिले और पूरे मामले में राजस्व व पुलिस टीम को दोषी ठहराया। उन्होंने जन प्रतिनिधि के भाई पर जबरन चकबंदी कराने का आरोप लगाया। बताया कि उन्हीं के इशारे पर ग्रामीणों को लगातार परेशान किया जा रहा है, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
ये हुए चोटिल
महुआ खेड़ा और गुनावर कमंगलपुर गांव निवासी मनोज, रामदेई, रुक्मिणी, शांति, राजकुमारी, सविता, साधना, विद्या, सुषमा, लालू, खुर्शीद, सुखाना, रामावती, सुर्जीदेवी चोटिल हुए थे, जिनका रविवार को सीएचसी में उपचार कराया गया। वर्जन,
पुलिस टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ मामला पंजीकृत करा दिया गया है। एएसपी को जांच सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
श्लोक कुमार, पुलिस अधीक्षक