बढ़ेंगे परीक्षा केंद्र, नकल और कोरोना महामारी चुनौती
- यूपी बोर्ड हाईस्कूल इंटर परीक्षा को लेकर कवायद शुरू विद्यालयों से सूचना कराई जा रही अपलोड - तहसील स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी मिलान के बाद विसंगति मिलने पर होगा संशोधन
रायबरेली : यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार अफसरों को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। नकल माफिया के साथ ही कोरोना महामारी न फैले इसके लिए विशेष इंतजाम करने होंगे। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा परिषद से गाइड लाइन जारी किया जा चुका है। इसमें हर एक परीक्षार्थी के बीच छह गुणे छह फिट की दूरी तय की गई है। साथ ही सैनिटाइजर और हैंडवाश की व्यवस्था भी करने को कहा गया है। ऐसे में इस बार परीक्षा केंद्र भी बढ़ने तय है।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से विद्यालय प्रबंधन द्वारा 15 दिसंबर तक सूचनाओं को यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा गया है। इसका तहसील स्तर पर बनी कमेटी सत्यापन करेगी। सूचना में कोई विसंगति मिलती है तो ऑन लाइन पोर्टल पर संशोधन किया जाएगा। इनसेट
इंटर की अपेक्षा हाईस्कूल में ज्यादा परीक्षार्थी
परीक्षा में इंटर की अपेक्षा हाईस्कूल में अधिक परीक्षार्थी हैं। हाईस्कूल में 38445, जबकि इंटर में 32557 परीक्षार्थी पंजीकृत है। वर्ष 2020 में 102 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। कोविड-19 कोरोना महामारी को लेकर जारी गाइडलाइन में दो परीक्षार्थी के बीच में 36 वर्ग फिट की दूरी तय की गई है। तहसील स्तरीय टीम द्वारा स्थलीय सत्यापन
विद्यालय में संसाधनों को लेकर सूचना वेबसाइट पर अपलोड होने के बाद तहसील स्तरीय टीम द्वारा स्थलीय सत्यापन किया जाएगा। इसमें मौके पर मिलने वाले संसाधनों का मिलान किया जाएगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया होगी।
इनकी सुनें
बोर्ड परीक्षा को लेकर तैयारी चल रही है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा सूचनाओं को वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। इसे 15 दिसंबर तक पूरा करना है। इसके बाद स्थलीय सत्यापन कराया जाएगा। परीक्षा केंद्र निर्धारण में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।
डॉ. चंद्रशेखर मालवीय, डीआइओएस