सूनी कुर्सियों को गांव की नई सरकार का इंतजार

करीब 40 फीसद ग्राम पंचायत सदस्यों समेत कई प्रधान और डीडीसी के पद रह गए हैं रिक्त

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 12:05 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 12:05 AM (IST)
सूनी कुर्सियों को गांव की नई सरकार का इंतजार
सूनी कुर्सियों को गांव की नई सरकार का इंतजार

रायबरेली : पंचायत चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं। ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत की कुर्सी पर नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों की ताजपोशी का इंतजार हर किसी को है। कारण गांवों में नई सरकार के वजूद में आने पर ही विकास का पहिया आगे बढ़ सकेगा। हालांकि यह इंतजार अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि यहां 40 फीसद ग्राम पंचायतों समेत अन्य पद रिक्त हो गए हैं।

मालूम हो कि मतगणना से पूर्व ही कुछ प्रत्याशियों की मौत हो गई। ऐसे में इनकी सीट खाली हो गई। आश्चर्य की बात यह है कि अभी तक जिम्मेदार यह तय नहीं कर सके हैं कि कितनी सीटों पर उपचुनाव होने हैं। हर कोई अपनी जिम्मेदारी दूसरे के सिर मढ़ने पर जुटा है। चाहे पंचस्थानिक चुनाव कार्यालय हो या पंचायतीराज विभाग। इन महकमों के अफसर सही आंकड़ा देने से गुरेज कर रहे हैं। यह भी कहा जा सकता है कि अब तक उप चुनाव की कोई तैयारी ही नहीं की गई। कुछ ऐसा ही हाल चुनाव जीतकर आए जनप्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण का भी है। इसे लेकर भी अब तक कोई खाका नहीं खींचा गया है। यह हाल तब है जबकि, विजयश्री हासिल करने वाले प्रत्याशी इसी की राह देख रहे हैं।

प्रशासकों से विकास को नहीं मिला संबल

25 दिसंबर को ग्राम प्रधानों, 13 जनवरी जिला पंचायत और 16 मार्च को ब्लॉक प्रमुखों का कार्यकाल पूरा हो गया। कहने के लिए तो इन सभी पदों पर प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं। विकास कार्य भी हो रहे हैं, लेकिन कागजों पर। हकीकत यही है कि जब तक नए जनप्रतिनिधि बागडोर नहीं संभालते, तब तक सरकारी योजनाओं को रफ्तार मिलने वाली नहीं है।

इनकी भी सुनें

लगभग 40 फीसद ग्राम पंचायत सदस्यों और एक प्रधान पद पर उप चुनाव होना है। अब तक यही जानकारी है। उप चुनाव के लिए अभी कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है। जैसे ही निर्देश मिलेगा, तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी।

अभिषेक गोयल

मुख्य विकास अधिकारी

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