यात्रियों और कर्मियों का संकट, खड़ी हुईं 125 बसें

निगम की 10 अनुबंधित 50 फीसद बसों का ही हो रहा संचालन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 12:02 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 12:02 AM (IST)
यात्रियों और कर्मियों का संकट, खड़ी हुईं 125 बसें
यात्रियों और कर्मियों का संकट, खड़ी हुईं 125 बसें

रायबरेली : कोरोना काल और लॉकडाउन ने परिवहन निगम के रायबरेली डिपो की कमर तोड़ दी है। अनुबंधित और निगम की मिलाकर करीब 125 बसें निकल ही नहीं रहीं हैं। इसकी एक वजह यात्रियों का अभाव, दूसरी कर्मचारियों का संकट। जल्द हालात न सुधरे तो व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाएगी।

176 बसों के बेड़े वाला रायबरेली डिपो लगभग हर रूट पर सेवाएं दे रहा था। पिछले साल लगे लाकडाउन में तो इसकी हालत पतली ही हो गई थी। अनलाक के बाद किसी तरह खुद को मजबूत करने का प्रयास निगम कर रहा था, इसी बीच फिर महामारी ने पैर पसार दिए। लाकडाउन के कारण सिर्फ जरूरी काम से ही लोग निकल रहे हैं। ऐसे में यात्रियों का टोटा हो गया है। लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज रूट को छोड़ दें तो अन्य ज्यादातर मार्गों पर यात्रियों की बेहद कमी है। इसके अलावा संविदा पर रखे गए करीब 100 से 120 चालक-परिचालक घर-परिवार में बीमारी की वजह से रोज गैरहाजिर हो रहे हैं। इसके चलते आठ निगम और करीब 40 से 45 बसें अनुबंधित चल पा रही हैं। शेष डिपो में ही खड़ी हैं।

इनसेट लगभग 22 हजार पैसेंजर रोज करते थे सफर

महामारी के आने के पहले रायबरेली डिपो की लगभग सारी बसें रूटों पर फर्राटा भरती थीं। लगभग 22 हजार पैसेंजर को प्रतिदिन ये मंजिल तक पहुंचाती थीं। इससे तकरीबन 20 लाख रुपये की कमाई होती थी। अब इसके आधे पैसेंजर भी नहीं मिलते। इसी तरह इनकम भी करीब-करीब आधी हो गई है।

इनकी भी सुनें

यात्रियों और कर्मचारियों की कमी के चलते निगम की और अनुबंधित करीब सवा सौ बसें नहीं चल पा रहीं हैं। जिन रूटों पर यात्री निकल रहे हैं, उन्हीं पर संचालन हो रहा है। पूरे हालातों से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।

अक्षय कुमार

सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, रायबरेली डिपो

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