खुद की फिक्र और न संक्रमण का डर

कई स्थानों पर तो लोग एक दूसरे से सटकर ऐसे बैठे मिले जैसे उन्हें संक्रमण की जानकारी ही न हो।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 12:16 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 12:16 AM (IST)
खुद की फिक्र और न संक्रमण का डर
खुद की फिक्र और न संक्रमण का डर

रायबरेली : साप्ताहिक बंदी के बाद जब सोमवार को बाजार खुले तो फिर से भीड़ निकल पड़ी। बैंक, व्यापारिक प्रतिष्ठान और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा नियमों को दरकिनार कर दिया गया। मास्क नाक और मुंह पर न लगाकर थोढी तक खिसका कर लोग सड़कों पर घूमते नजर आए। कई स्थानों पर तो लोग एक दूसरे से सटकर ऐसे बैठे मिले, जैसे उन्हें संक्रमण की जानकारी ही न हो। इन्हीं कारणों से कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।

पीएनबी डलमऊ में सुबह से लोगों की भीड़ लग गई। कतार में अंदर जाने के बजाए ग्राहकों में धक्का-मुक्की होती रही। कई लोग बैंक के अंदर और बाहर एक दूसरे से सटे खड़े मिले, जबकि छह फीट की दूरी बेहद जरूरी बताई गई है। शहर में लोडर वाहनों और ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर बैठे लोगों ने भी सुरक्षा नियमों का ध्यान नहीं रखा। दुकानों पर पहले मैं की आदत वाले लोगों ने भीड़ लगा दी। फल और सब्जी की दुकानों पर भी यही नजारा दिखा। बाहर की छोड़िए, जिला अस्पताल के मानसिक रोग विभाग में दिनभर लोगों का तांता लगा रहा। ये सभी कोरोना की जांच कराने के लिए आए थे। मतलब जिन्हें कोरोना संक्रमण की शंका थी, वे भी एक दूसरे से सटकर फेस टू फेस बात करते नजर आए। आश्चर्य वाली बात ये रही कि वहां पर कोई पुलिस बल भी नजर नहीं आया, जबकि इस बात को लेकर कई बार पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को सचेत किया जा चुका है।

जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता में न हो कमी :

जिलाधिकारी ने सोमवार को कोविड-19 संक्रमण रोकथाम और बचाव को लेकर बचत भवन सभागार में समीक्षा बैठक की। सीएमओ से जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता में कमी न होने के निर्देश दिए।

डीएम वैभव श्रीवास्तव ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह सहित संबंधित चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि होम आइसोलेशन सहित कोविड-19 मरीजों से प्रतिदिन समय-समय पर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेते रहें। इसकी जानकारी कमांड सेंटर को भी दी जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव व जागरूकता के लिए सरकार के पास किसी भी प्रकार से धन की कोई कमी नही है। सभी बेडों पर आक्सीजन व वेंटिलेटर, मल्टी पैरामॉनीटर, हाईफ्लो नेजल कैनुला मशीन, बाइपेंप मशीन आदि सहित सभी जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता रहे। कोविड चिकित्सालय में रेमिडीसीवर इंजेक्शन और आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे। गंभीर मरीजों को तत्काल हास्पिटल में भर्ती कराया जाए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज ज्यादा मिले हैं, वहां जांच कराई जाए। सीडीओ अभिषेक गोयल, डॉ. बीरबल, डॉ. अल्ताफ, डॉ. एके चौधरी, डॉ. कृष्णा, एसडीएम सदर अंशिका दीक्षित आदि मौजूद रहे।

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