बुजुर्ग विजयपाल का डीएम ने बढ़ाया हौसला
- 11 हजार की नगद धनराशि संग राशन कार्ड और शौचालय की दी स्वीकृति- सम्मानित करने के लिए सरकारी गाड़ी से वृद्ध को लाया गया डीएम ऑफिस
रायबरेली : चने बेचकर गुजारा करने वाले 98 वर्षीय वृद्ध की मदद के लिए जिलाधिकारी आगे आए। उन्हें गुरुवार को डीएम ऑफिस सरकारी गाड़ी से लाया गया और सम्मानित किया गया। इस अवस्था में भी खुद काम करके रोजी रोटी की व्यवस्था करने की उनकी सोच की सभी ने सराहना की।
हरचंदपुर के कंडौरा गांव निवासी विजय पाल सिंह ठेले पर चने बनाकर बेचते हैं। इंटरनेट मीडिया पर कुछ दिनों पहले उनका वीडियो वायरल हुआ। इसको जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने देखा और टीम भेजकर पूरा प्रकरण जाना। उन्हें बताया गया कि विजयपाल का बेटा अपनी पत्नी व बेटियों के साथ दिल्ली में रहता है। वह अकेले ही गांव में रहते हैं। चने बेचकर जो आमदनी होती है, उसी से जीवनयापन करते हैं। डीएम ने गुरुवार को उन्हें सरकारी गाड़ी से अपने कार्यालय बुलवाया। यहां पर उन्हें शाल और छड़ी भेंटकर सम्मानित किया गया। आर्थिक सहायता के लिए जिलाधिकारी ने उन्हें 11000 रुपये दिए। राशन कार्ड बनवाया गया और शौचालय की स्वीकृति भी दे दी गई। प्रधानमंत्री आवास उन्हें पहले से मिला हुआ है। विजयपाल को सम्मनित करने के बाद सरकारी गाड़ी से उनके घर भेजा गया। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे बुजुर्ग हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। इस उम्र में भी काम करके खुद के लिए अर्थ जुटाना एक बड़ी नजीर है।
एसडीएम ने छात्रों को दी जानकारी रायबरेली : एसडीएम दिव्या ओझा ने गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय सलोन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कक्षा पांच के छात्र दीपक से सौर परिवार के बारे में पूछा। छात्र कुछ बता न सका तो एसडीएम ने सभी छात्रों को सौर परिवार, पहाड़ा, वर्णमाला की जानकारी दी। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ न करें। उन्हें शिक्षित करें। विद्यालय की प्रधानाध्यापक अशफाक जहां मौजूद रही।