स्टेशन पर गंदगी, शौचालयों में लटका मिला ताला

लालगंज (रायबरेली): रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की बदहाली आधुनिक रेलकोच कारखाना लालगं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 11:35 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 11:35 PM (IST)
स्टेशन पर गंदगी, शौचालयों में लटका मिला ताला
स्टेशन पर गंदगी, शौचालयों में लटका मिला ताला

लालगंज (रायबरेली): रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की बदहाली आधुनिक रेलकोच कारखाना लालगंज के महाप्रबंधक ने खुद देखी। इस पर वे खासे नाराज हुए। स्टेशन के अफसरों से जवाब न मिलने पर डीआरएम को फोन पर इसकी जानकारी दी।

आधुनिक रेलकोच कारखाना लालगंज के महाप्रबंधक सुनीत कुमार ने रेलवे स्टेशन लालगंज का निरीक्षण किया। कई सालों से बंद पड़ी दो रेललाइनों को देख उन्होंने नाराजगी जताई। मौके पर मौजूद अधिकारियों के जवाबों से संतुष्ट न होने पर उन्होंने सीधे मंडल रेल प्रबंधक को फोन कर जानकारी दी। स्टेशन पर फैली गंदगी, शौचालय में लटके ताले व रेल पटरी पर टूटी पड़ी बेंच देख अधिकारियों से सवाल जवाब किए। रेलवे स्टेशन लालगंज पर प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ सलून साइ¨डग की रेल पटरियां बिछी हैं। जिस पर रेल पटरियों के अनुरक्षण से संबंधित मशीनों के आने पर खड़ा किया जाता है। प्लेटफार्म संख्या तीन पर दो रेल लाइनें चार व पांच नंबर बिछी हैं, जो सालों से उपयोग में नहीं हैं।

बंद लाइनों पर खड़े होंगे नए कोच

महाप्रबंधक ने सहायक मंडल अभियंता वेदांत सहाय से निष्प्रयोज्य पड़ी दोनों रेललाइनों की बाबत पूछा। इस पर सहायक मंडल अभियंता ने कहा कि रेलवे परिसर में बनी कॉलोनियों की जलनिकासी की व्यवस्था नहीं है। बरसात में पानी उफनाकर इन्हीं पटरियों के नीचे से बहता है। जिससे पटरियों के नीचे की मिट्टी बह जाती है इसीलिए 6 नवंबर 2012 से इन दोनों पटरियों को बंद कर दिया गया था। इस पर महाप्रबंधक ने रेललाइन का निरीक्षण किया और चार नंबर लाइन को चालू करने से उस पर लगभग 25 डिब्बों की रैक खड़ी की जा सकती है।

एमसीएफ उपलब्ध करा देगा धन

महाप्रबंधक ने कहा कि यदि रेलवे बंद पड़ी रेललाइनों को दुरुस्त कराने में धन की समस्या महसूस कर रहा हो तो आधुनिक रेलकोच कारखाना से धन उपलब्ध करा दिया जाएगा। लेकिन पटरियां शीघ्र दुरुस्त होना आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि रेललाइन नंबर चार में विशेष काम नहीं है। लगभग नौ माह बरसात नहीं होती तब तक इन पटरियों को उपयोग में लाया जा सकता है। तब तक जलनिकासी की व्यवस्था भी कर ली जाएगी।

हर साल क्यों डाली जाती हैं गिट्टी

सालों से बंद पड़ी रेललाइन नंबर चार व पांच के नीचे हर साल गिट्टी डाले जाने की बात सुनकर महाप्रबंधक ने कहा कि जब इस रेललाइन पर छह साल से ट्रेन रोकी ही नहीं तो गिट्टी क्यों डाल रहे हो। उन्होंने अफसरों से उच्चाधिकारियों को अब तक की गयी लिखापढ़ी के कागजात मांगे तो वह नहीं दिखा सके। निरीक्षण के दौरान उपमहाप्रबंधक आरपी शर्मा, चीफ इंजीनियर रामब्रिज यादव, स्टेशन अधीक्षक सतीश ¨सह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी