अलीपुर के बरातघर में गोकशी, तीन गिरफ्तार

बड़े पैमाने पर मांस तस्करी की फिराक में थे बदमाश कटर मशीन जब्त

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 12:11 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 12:11 AM (IST)
अलीपुर के बरातघर में गोकशी, तीन गिरफ्तार
अलीपुर के बरातघर में गोकशी, तीन गिरफ्तार

रायबरेली : अलीपुर गांव के बरातघर में रविवार की सुबह पुलिस ने छापेमारी कर गोकशी करते तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। भारी मात्रा में गोमांस जब्त कर लिया गया। पशु क्रूरता में शामिल गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है।

सुबह करीब पांच बजे एसओ धीरेंद्र यादव ने पुलिस बल के साथ अलीपुर बरातघर में दबिश दी। ग्रामीणों की मुखबिरी पर उन्होंने घेराबंदी करके जब छानबीन शुरू की तो बरातघर में कई गोवंशों के कटे सिर मिले। तीन बदमाशों को मौके से मांस कटर मशीन व दूसरे धारदार हथियारों के साथ पकड़ा गया। कुछ बदमाश मौके से भाग निकले, जिनकी धरपकड़ के लिए टीमें लगाई गई हैं। सीओ राघवेंद्र चतुर्वेदी भी अलीपुर गांव पहुंचे और पूरे प्रकरण की गहनता से तहकीकात की। एसओ ने बताया कि पकड़े गए बदमाश गिरोह बनाकर गोमांस की तस्करी करते थे। इनके साथियों की तलाश की जा रही है। एफआइआर दर्ज कर ली गई है।

महराजगंज सर्किल में सक्रिय हैं मांस तस्कर

महराजगंज सर्किल में गोमांस तस्कर बहुद ज्यादा सक्रिय हैं। लग्जरी गाड़ियों में मांस छिपाकर गैर जनपदों में सप्लाई किया जाता है। पूर्व में भी इस अवैध कारोबार से जु़ड़े बदमाशों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, मगर अभी भी चोरी छिपे गोवंशों की हत्या की जा रही है।

सिटिजन इंफार्मेशन बोर्ड की खरीद में गोलमाल रायबरेली : सेवनपुर ग्राम पंचायत में सिटिजन इंफार्मेशन बोर्ड की खरीद में जमकर गोलमाल हुए। बोर्ड गांव आए ही नहीं और उनका भुगतान हो गया। ग्राम पंचायत के सचिव के खिलाफ ग्रामीणों ने जांच की मांग की है।

लोगों का कहना है कि गांव में कराए गए विकास कार्यों में सिटिजन इंफार्मेशन बोर्ड लगाए जाने थे। इसके लिए करीब दो दर्जन बोर्ड की खरीद होनी थी। बोर्ड लगाए नहीं, लेकिन सचिव ने भुगतान कर दिया। अनूप, अंकित, दिनेश, रामजी समेत अन्य ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान का कार्यकाल समाप्त होने के बाद यह खेल हो रहा है। सभी ने मामले की जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उधर, ग्राम पंचायत के सचिव राकेश त्रिवेदी का कहना है कि नियमों के अनुरूप भुगतान किया गया है। बीडीओ केके सिंह ने बताया कि निवर्तमान ग्राम प्रधान की ओर से फोन पर इस मुद्दे पर चर्चा की गई थी। लिखित शिकायत मांगी गई थी, जो अब तक नहीं मिली। शिकायत मिलने पर जांच होगी।

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