कोरोना से महिला समेत तीन लोगों की मौत, 324 संक्रमित

कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है लेकिन सतर्कता बरतने में आमजन उतने गंभीर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 12:00 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 12:00 AM (IST)
कोरोना से महिला समेत तीन लोगों की मौत, 324 संक्रमित
कोरोना से महिला समेत तीन लोगों की मौत, 324 संक्रमित

रायबरेली : कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है, लेकिन सतर्कता बरतने में आमजन उतने गंभीर नहीं हुए हैं। यही कारण है कि शुक्रवार को फिर संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तीन सौ के पार पहुंच गया। तीन लोगों की बीमारी की वजह से जान चली गई। कोविड अस्पताल में अव्यवस्था का बोलबाला है, जिसके फोटो और वीडियो रोजाना वायरल हो रहे हैं। लगातार चेताया जा रहा है कि सुरक्षा नियमों का पालन करें, वही बीमारी से बचाव का सुरक्षित उपाय है।

शहर के जहानाबाद की 50 वर्षीय महिला, गोरा बाजार के 75 वर्षीय वृद्ध और पूरे गोसाईं आदमपुर के 40 युवक की कोरोना से जान चली गई। 324 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस माह ये दूसरी बार है, जब संक्रमित मरीजों की संख्या तीन सौ के पार गई हो। सक्रिय केस भी बढ़कर 2076 हो गए हैं, जिन जनपदों में दो हजार से ऊपर सक्रिय केस हैं, वहां नाइट क‌र्फ्यू रात आठ बजे से सुबह सात बजे कर दिया गया है। सक्रिय मरीजों में से 1437 को होम आइसोलेट किया गया है और सौ मरीजों को एल-टू फैसिलिटी सेंटर में रखा गया है। जनपद में अब तक 158 लोग इस बीमारी से जान गवां चुके हैं। ब्रॉड डेड केस बिना जांच भेजे जा रहे वापस

जिला अस्पताल में ब्रॉड डेड आने वाले मरीजों की कोरोना जांच कराए बगैर ही बॉडी परिवारजन के सिपुर्द की जा रही है। हाल के दिनों में बड़ी संख्या में ऐसे केस सामने आए हैं। सांस संबंधी बीमारी होने पर अचानक तबीयत बिगड़ी और लोगों की जान चली गई। ये संदेह पैदा करता है कि कहीं उन्हें भी तो कोरोना नहीं हुआ, लेकिन जांच न होने के कारण पता ही नहीं चल पाता। महज 27 फीसद टीकाकरण

शुक्रवार को भी टीकाकरण को लेकर लोगों का रुझान कम ही रहा। 6960 के सापेक्ष महज 1925 लोगों ने ही वैक्सीनेशन कराया। संक्रमण की भयावह स्थिति होने के बावजूद लोग टीकाकरण को लेकर गंभीर नहीं हो रहे हैं, ये चिता का विषय है। ''कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। जरूरी सावधानियां बरतें और जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें। टीकाकरण में सहभागिता करें ताकि वायरस ज्यादा नुकसान न पहुंचा सके।''

-डॉ. वीरेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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