दर्जा एफआरयू का, रात में ढूंढे नहीं मिलते चिकित्सक
बछरावां पर्याप्त स्टाफ व संसाधनों के बावजूद भी सीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं
बछरावां : पर्याप्त स्टाफ व संसाधनों के बावजूद भी सीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। इसे फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) का दर्जा प्राप्त है, लेकिन पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। आठ चिकित्सकों की तैनाती के बावजूद रात में ये ढूंढने से भी नहीं मिलते। इसी तरह अन्य समस्याएं भी हैं, जिनका निदान विभागीय अधिकारी नहीं कर पा रहे हैं। सोमवार को जागरण टीम ने स्वास्थ्य सेवाओं की पड़ताल की। पेश है रिपोर्ट..
दोपहर 12 बजे महिला वार्ड के प्रसाधनों में गंदगी भरी मिली। खून से सने कपड़े बेतरतीब पड़े थे। शौचालयों से निकल रही दुर्गंध महिला वार्ड तक पहुंच रही थी। वार्ड में भर्ती प्रसूताएं नवजात के साथ किसी तरह समय काट रही थीं। कई बेडों पर तो बेड सीट ही नहीं थी। महिलाएं घर से चादर लाकर बेड पर बिछाए हुए थीं। उन्होंने बताया कि भोजन भी गुणवत्ता पूर्ण नहीं दिया जाता रहा है। वार्ड में तीमारदारों के लिए रखीं कुर्सियां टूटी हैं। अस्पताल की गैलरी को पार्किंग बना दिया गया है। प्रसूताओं ने ये भी बताया कि रात में महिला डाक्टर नहीं रुकतीं। स्टाफ नर्स के भरोसे उपचार किया जाता है, जबकि यहां चार-चार महिला चिकित्सकों की तैनाती है।
अपरान्ह एक बजे अस्पताल का एक्सरे कक्ष बंद मिला। बताया गया कि करीब डेढ़ माह से ये जांच यहां हो ही नहीं रही है। यह हाल तब है जबकि एफआरयू सेंटर में एक्सरे होना जरूरी है, ताकि घायलों का समय से इलाज हो सके। मैनुअल मशीन लगी है, लेकिन उससे जांच नहीं की जाती।
सड़क किनारे हुआ था प्रसव
कुछ दिन पहले सीएचसी आई गर्भवती को खून की कमी बताकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वह अस्पताल से निकली और निजी साधन का इंतजार करने लगी। इसी बीच उसे प्रसव पीड़ा हुई और सड़क किनारे ही प्रसव हो गया। उस वक्त भी अस्पताल में न तो महिला डाक्टर थीं और न ही अधीक्षक। मामले की शिकायत सीएमओ से हुई तो उन्होंने डाक्टर व अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है। हालांकि, अबतक इस गंभीर मामले में किसी की जवाबदेही तय नहीं की जा सकी। ---------------
वित्तीय लेनदेन के चलते निजी संस्था ने अपनी एक्सरे मशीनें सीएचसी से वापस ले ली हैं, इस वजह से जांच नहीं हो पा रही है। महिला वार्ड के शौचालय को जल्द ही दुरुस्त कराया जाएगा। महिला चिकित्सक रात्रि ड्यूटी करती हैं।
डा. एके जैसर, अधीक्षक