किसानों की समस्या दूर करने को क्रय केंद्रों पर लगेंगे कैंप
--आधार में लिक नंबर बंद होने या बदल जाने से नहीं हो पा रहा पंजीकण --धान क्रय केंद्रों पर चस्पा की जाएगी आधार अपडेशन केंद्र की सूची
रायबरेली : सरकारी क्रय केंद्रों पर धान बेचने के लिए पंजीकरण शुरू हो गया है। काफी प्रयास के बाद उन किसानों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है, जिनका आधार से लिक मोबाइल नंबर बंद या बदल गया है। ओटीपी आधार से लिक नंबर पर ही जाएगी। जिस क्षेत्र में ज्यादा किसानों के सामने यह समस्या आएगी। वहां के क्रय केंद्र पर कैंप लगाया जाएगा। जिले में 90 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई। इस बार पंजीकरण करते समय आधार में लिक नंबर में ही ओटीपी जाएगी। जिसे फीड करने के बाद ही पंजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होगी। पंजीकरण में उन किसानों के सामने समस्या आ रही है, जिनका आधार से लिक मोबाइल नंबर बंद है या बदल गया है। उनका पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। ऐसे किसान पंजीकरण से पूर्व आधार अपडेशन केंद्रों पर मोबाइल नंबर का संशोधन करा लें। इसके लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के क्षेत्रीय उपनिदेशक ने किसानों को सहूलियत देने और इस समस्या को दूर करने के लिए खाद्य विभाग को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया कि आधार अपडेशन केंद्रों की जानकारी किसानों को दी जाए। सभी क्रय केंद्रों पर उसके आसपास के अपडेशन केंद्रों की सूची चस्पा की जा सकती है। जिन केंद्रों पर ऐसे किसानों की संख्या अधिक हो, जिनके आधार में मोबाइल नंबर दर्ज नहीं या बदल चुका है। वहां अनुमति लेकर डाक विभाग के ब्रांच अधिकारी से संपर्क कर क्रय केंद्रों पर कैंप का आयोजन किया जा सकता है।
जिन किसानों का आधार में लिक मोबाइल नंबर बंद या बदल गया है। वे आसपास के आधार अपडेशन केंद्र से संशोधन करा लें। इससे पंजीकरण आसानी से हो सके।
रामानंद जायसवाल, जिला खाद्य विपणन अधिकारी