आडियो रिकॉर्डिंग वायरल करने का शगल, बर्बाद तो कोई आबाद
सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहा एमएलसी और दारोगा की बातचीत का कथित ऑडियो छह माह के भीतर कई रिकॉर्डिंग हुई वायरल कार्रवाई तो कुछ दबा दी गई ठंडे बस्ते में
रायबरेली : जिले में आडियो रिकॉर्डिंग करना और फिर उसको अपने हिसाब से वायरल करना एक शगल बनता जा रहा है। क्योंकि वार्तालाप के तुरंत बाद ये वायरल नहीं किए जाते हैं बल्कि अपने मन मुताबिक समय देखकर उसका उपयोग किया जाता है। छह महीने के भीतर ऐसे दर्जनों मामले उठे। इसी हफ्ते एक आडियो वायरल हुआ जिसमें कहा जा रहा है कि ये दारोगा और एमएलसी के बीच वार्तालाप का है। ये बातचीत करीब छह माह पहले हुई थी। मगर, इसे अब वायरल किया गया। ये अपने आप में एक सवाल है। ऐसे कुछ मामले हम बता रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए।
पालिका में कमीशन
जून में एक कॉल रिकार्डिंग वायरल हुई। जिसमें नगर पालिका में तैनात एई और एक ठेकेदार कमीशन को लेकर आपस में बातचीत करते मिले। रिकॉर्डिंग वायरल हुई तो जांच बैठा दी गई। मगर, उसमें कार्रवाई अब तक नहीं हुई। ये बातचीत रिकॉर्डिंग के करीब 15 दिनों बाद वायरल की गई।
थानेदार की लूट-खसोट चौपाल
खीरों थाने में जून मध्य में एक आडियो गुपचुप तरीके से बनाया गया। तब, जब तत्कालीन थाना प्रभारी अपने मातहतों को पुलिसिग करना सिखा रहे थे। इस दौरान वह खूब गाली देते सुने गए और लूट खसोट करने के तरीके बताते हुए। ये वायरल हुआ तो प्रभारी नप गए।
जब बाबू पर भड़के किसान नेता
मंडी समिति लालगंज में कार्यरत एक बाबू और स्थानीय किसान नेता के बीच बातचीत का आडियो खूब चर्चा में रहा। इसमें खुद को किसान नेता बताने वाले शख्स ने बाबू को खूब गालियां दीं। बाबू ने उसके खिलाफ मुकदमा लिखाया। जिसके बाद दोनों तरफ से लामबंदी शुरू हो गई।
नेता और दारोगा : हाल ही में एक कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई। बताया जा रहा है कि इसमें एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह और दारोगा आपस में बात कर रहे हैं। एक नामजद आरोपित को छ़ुड़ाने के लिए दोनों में बातचीत हो रही है। ये आडियो फिलहाल सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल कर रहा है।
कोट
मुझे याद नहीं है। काफी पहले की बात है।
-दिनेश प्रताप सिंह, एमएलसी