नाला निर्माण में मनमानी, फर्म के विरुद्ध एफआइआर

-कार्य को घोषित किया जाएगा श्रमदान काली सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू -डीएम के निरीक्षण के दौरान उजागर हुई थी मनमानी फटकार के बाद कार्रवाई

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Dec 2020 12:34 AM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 12:34 AM (IST)
नाला निर्माण में मनमानी, फर्म के विरुद्ध एफआइआर
नाला निर्माण में मनमानी, फर्म के विरुद्ध एफआइआर

रायबरेली : नाला निर्माण में मनमानी संबंधित फर्म पर भारी पड़ी। उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई है। कार्य को श्रमदान घोषित कर संबंधित फर्म को कालीसूची में डालने की कार्यवाई भी शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई तब हुई, जब जिलाधिकारी ने मौके पर जाकर खामियां मिलने पर विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई।

जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने गत सोमवार को रायबरेली नगरपालिका द्वारा कराए जा रहे कार्यों का औचक निरीक्षण किया था। अहियारपुर नाला निर्माण में तमाम खामियां मिलीं। पीली ईंट का प्रयोग किया जा रहा था। डीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए नगरपालिका के अधिकारियों को फटकार लगाई थी। संबंधित फर्म के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद अधिशासी अधिकारी बीएम मिश्र के निर्देश पर सहायक अभियंता ने कार्य करा रही बद्री मौर्या फर्म के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई। साथ ही फर्म को ब्लैकलिस्टेड करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। ईओ ने बताया कि संबंधित फर्म द्वारा कराए गए कार्य को श्रमदान घोषित किया जाएगा। 240 मीटर नाला निर्माण के लिए दोबारा टेंडर निकाला जाएगा। ताकि नियमानुसार किसी दूसरी फर्म द्वारा कार्य को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा किया जा सके। इनसेट

निर्माण कार्यों का निरीक्षण, खामियां दूर करने के निर्देश

डीएम ने नगर पालिका के तहत चल रहे कार्यों की पड़ताल के लिए ईओ और सहायक अभियंता को निरीक्षण के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में अधिकारीद्वय ने दो दर्जन निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही कार्य की गुणवत्ता भी परखी। कुछ जगह निर्माण सामग्री गड़बड़ मिलने पर फटकार लगाई।

chat bot
आपका साथी