कोरोना से जंग को अबकी बार.. एम्स तैयार
- कोविड मरीजों के लिए 150 बेड एक हजार एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट पर्याप्त चिकित्सीय स्टाफ
रायबरेली : कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद 26 अप्रैल को यहां एम्स में कोविड का लेवल-थ्री हॉस्पिटल खोला गया। तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर अभी से उपचार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोरोना मरीजों के लिए 150 बेड रिजर्व कर दिए गए हैं, इसमें पीडियाट्रिक वार्ड के 30 बेड भी शामिल हैं।
मार्च से जून तक महामारी की दूसरी लहर ने जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। एम्स में भी सिर्फ 50 बेडों पर मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था थी। एल-टू में 102 बेड थे, लेकिन ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से वहां भी इलाज में असुविधा हो रही थी। सभी की निगाहें एम्स में बेड बढ़ाने पर टिकी थीं। ऑक्सीजन की समस्या यहां भी थी। एम्स प्रबंधन ने दूसरी लहर से सबक लिया और एक हजार लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) का ऑक्सीजन प्लांट लगा दिया। लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट भी लग गया। ऑक्सीजन की पाइप लाइन पहले से बिछी थी। अब यहां प्राण वायु की कमी तो नहीं है। बेड भी तीन गुना बढ़ा दिए गए हैं। 100 के करीब सीनियर और जूनियर डॉक्टर की नियुक्ति भी हो चुकी है। नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ इतना आ गया है कि अगर महामारी की तीसरी लहर आती है तो मैन पावर की समस्या नहीं आने पाएगी।
15 आइसीयू के बेड, इतने ही ऑक्सीजन के
पीडियाट्रिक आइसीयू में 15 बेडों पर वेंटिलेटर की सुविधा होगी, शेष 15 पर ऑक्सीजन की सप्लाई दी जाएगी। आरटी पीसीआर, ट्रू नॉट और एंटीजन जांच यहां पहले से हो रही हैं। पुरानी ओपीडी को जांच केंद्र बनाया गया है।
वर्जन,
हमारे पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। कोविड मरीजों के लिए 150 बेड का फैसिलिटी सेंटर खोला गया है। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।
प्रो. अरविद राजवंशी, निदेशक एम्स