एम्स में ओपीडी शुरू, पहले दिन 45 मरीजों का उपचार
- जनरल मेडिसिन विभाग में आए सबसे ज्यादा 15 मरीज - कोरोना निगेटिव रिपोर्ट न होने पर मायूस होकर लौटे रोगी
रायबरेली : करीब ढाई माह बाद सोमवार को एम्स में ओपीडी शुरू कर दी गई। मरीजों को 72 घंटे के भीतर की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है, इस वजह से कई रोगियों को मायूस होकर लौटना पड़ा। पहले दिन 12 विभागों में 45 मरीजों का उपचार किया गया।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में पंजीकरण का समय 8.30 बजे से 12.30 बजे रखा गया है, इसके लिए सुबह सात बजे से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई। पुरानी ओपीडी में आरटी पीसीआर, ट्रू नॉट मशीन और एंटीजन किट से जांच की व्यवस्था है। बहुत से मरीजों को कोरोना रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं थी। उन्होंने पहले पंजीकरण कराया, फिर जांच कराने पहुंच गए। अस्पताल से ज्यादा भीड़ कोरोना जांच कक्ष के बाहर नजर आई। एम्स के प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ल ने बताया कि 28 महिलाएं और 17 पुरुषों का इलाज पहले दिन किया गया। सुबह नौ बजे से अपरान्ह एक बजे तक ओपीडी खोली जा रही है। कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता दिल्ली एम्स प्रबंधन के निर्देशों पर की गई है।
मिले तीन पॉजिटिव केस
रायबरेली : सोमवार को जनपद में कोरोना के तीन मरीज मिले हैं, इतने ही मरीज स्वस्थ हुए हैं। सक्रिय केस 117 बचे हैं।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि पूरे जिले में अब तक लगभग 36 हजार घरों में डोर-टू-डोर सर्वे कराया जा चुका है। होम आइसोलेशन में सिर्फ 29 मरीज हैं। एल-टू और एल-थ्री हॉस्पिटल में आठ मरीजों का उपचार चल रहा है। प्रत्येक कार्यदिवस पर रोजाना औसतन तीन हजार लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। उप संभागीय परिवहन कार्यालय में 100 चालकों को वैक्सीन लगवाई गई। एआरटीओ आरके सरोज, टीआइ आरपी सिंह, स्टेनो विक्रम कांत श्रीवास्तव, अरविद आदि मौजूद रहे।