कारण बताओ नोटिस और चेतावनी तक सिमटी कार्रवाई
धान क्रय केंद्रों में मिली खामियों पर नहीं हो सकी कड़ी कार्रवाई
रायबरेली : धान क्रय केंद्रों पर तमाम खामियां रही हैं। अलग-अलग क्षेत्रों से किसान लगातार समस्याओं को उठाते रहे, लेकिन इन्हें दूर करने के प्रयास नहीं किए गए। अफसरों ने केंद्र प्रभारियों की मनमानी को रोकने के लिए कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कारण बताओ नोटिस और चेतावनी दी गई। इसका खामियाजा अन्नदाताओं को भुगतना पड़ रहा है।
जिले को करीब एक लाख 30 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य दिया गया था। इसके लिए अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 77 केंद्र खोले गए हैं। शुरूआत से ही केंद्रों पर अव्यवस्थाएं रही। प्रशासनिक अफसरों को भी निरीक्षण में कई जगह कमियां मिली थी। समय से ऑन लाइन फीडिग तो कहीं भुगतान, बिलिग न करने आदि कमियां पाई गई थी। जिस पर 19 जिला प्रबंधक और केंद्र प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस और नौ को चेतावनी दी गई।
शिवगढ़ और महराजगंज में कार्रवाई पर अड़े थे किसान
शिवगढ़ के धान क्रय केंद्र प्रभारी पर किसानों ने तौल में हेरफेर, व्यापारियों की खरीद करने का आरोप लगाया था। जिसको लेकर पांच दिसंबर को किसानों ने धरना शुरू कर दिया था। देर रात तक सभी डटे रहे। उनकी मांग थी कि केंद्र प्रभारी पर कार्रवाई की जाए। जिला खाद्य विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक आवश्यक वस्तु निगम, तहसीलदार मौके पर पहुंचे और केंद्र प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की बात कहकर किसानों को शांत कराया। इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ। एक सप्ताह पहले महराजगंज के क्रय केंद्र पर किसानों ने व्यापारियों का धान खरीदने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था।
इनकी सुनें,
कई क्रय केंद्रों पर कमियां मिलने पर 19 को कारण बताओ नोटिस और नौ को चेतावनी दी गई थी। कारण बताओ नोटिसों का जवाब सभी ने दिया। कमियों में सुधार हुआ है।
रामानंद जायसवाल, जिला खाद्य विपणन अधिकारी