पीएम राहत कोष से मिले 150 आक्सीजन सिलिडर, 74 कंसंट्रेटर

- कोरोना संक्रमितों के इलाज में मिलेगी मदद सांस रोगियों को भी आसानी से मिल सकेगी प्राणवायु

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 12:06 AM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 12:06 AM (IST)
पीएम राहत कोष से मिले 150 आक्सीजन सिलिडर, 74 कंसंट्रेटर
पीएम राहत कोष से मिले 150 आक्सीजन सिलिडर, 74 कंसंट्रेटर

रायबरेली : जिले में आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर प्रदेश व केंद्र सरकार भी काफी संजीदा है। प्रधानमंत्री राहत कोष से सिलिडर और कंसंट्रेटर स्वास्थ्य विभाग को मुहैया कराए गए हैं। जिला महिला और पुरुष अस्पताल में डीआरडीओ द्वारा प्लांट लगाने का काम भी चल रहा है। आने वाले समय में कोरोना के मरीजों संग सांस के रोगियों को प्राणवायु के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।

स्वास्थ्य विभाग के पास करीब 600 आक्सीजन सिलिडर और 150 कंसंट्रेटर थे। पीएम केयर से 100 सिलिडर व 74 कंसंट्रेटर और मिल गए हैं। सभी कंसंट्रेटर पांच लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) के हैं। खासकर सांस के रोगियों के इलाज में इनका इस्तेमाल किया जाएगा। ये बिजली के जरिए आक्सीजन बनाते हैं। मतलब मरीज अपने घर पर इस मशीन के इस्तेमाल से आसानी से प्राणवायु ले सकता है, जबकि सिलिडर भराने के लिए प्लांट तक जाना पड़ेगा। आक्सीजन प्लांट की बात करें तो लेवल टू हास्पिटल में 225 एलपीएम क्षमता से उत्पादन हो रहा है। जिला पुरुष अस्पताल में पांच सौ एलपीएम का प्लांट पहले से संचालित है। एक हजार एलपीएम का प्लांट लगाने का काम प्रगति पर है। महिला अस्पताल में भी पांच हजार एलपीएम का प्लांट लगाया जा रहा है। सीएचसी रोहनिया और डीह में आक्सीजन प्लांट प्रस्तावित है। इन दोनों अस्पतालों में 30-30 बेड पर आक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है।

सीएमओ डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री राहत कोष की ओर से सिलिडर व कंसंट्रेटर मिले हैं। रोहनिया में हरदोई शुगर मिल की मदद से प्लांट लगाया जा रहा है। डीह में प्लांट लगाने के संबंध में कई कंपनियों से बात चल रही है।

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