क्रय केंद्र पर विक्रय किया गेहूं, भुगतान को लगा रहे चक्कर

बाघराय एक तरफ जहां शासन क्रय केंद्रों पर गेहूं विक्रय करने के 72 घंटे के भीतर कि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 09:58 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 09:58 PM (IST)
क्रय केंद्र पर विक्रय किया गेहूं, भुगतान को लगा रहे चक्कर
क्रय केंद्र पर विक्रय किया गेहूं, भुगतान को लगा रहे चक्कर

बाघराय : एक तरफ जहां शासन क्रय केंद्रों पर गेहूं विक्रय करने के 72 घंटे के भीतर किसानों के खाते में पैसा भेजने का दावा कर रही है, वहीं सैकड़ों ऐसे किसान हैं जिन्हें 72 घंटे छोड़िए, सात दिन बाद भी पैसे का भुगतान नहीं हुआ। पैसे के लिए वह क्रय केंद्र व बैंक का चक्कर लगा रहे हैं। क्रय केंद्र पर गेहूं बेचकर अपने को छला महसूस कर रहे हैं7 परेशान किसान केंद्र प्रभारी व अफसरों को कोस रहे हैं।

जिले के कुंडा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत बिहार ब्लाक आता है। ब्लाक क्षेत्र में एक विपणन केंद्र व एक पीसीएफ का केंद्र है। क्रय केंद्र पर मलावा छजईपुर के 32 किसानों ने सप्ताह भर पहले काफी मात्रा में गेहूं विक्रय किया था। जबकि केंद्र प्रभारी ने यह बताया था कि दो से तीन दिन के भीतर पैसा पहुंच जाएगा। 32 किसानों का 22 लाख 60 हजार 437 रुपये गेहूं विक्रय करने के एवज में बकाया है। किसानों को खरीफ की फसल की बोआई करने के लिए पैसे की सख्त जरूरत है, लेकिन इसके बाद भी किसानों को पैसे का भुगतान नहीं किया जा रहा है। किसान पैसे के लिए रोजाना बैंक में जाकर अपना खाता संख्या चेक कर रहे हैं। वहां से पता चलता है कि अभी तक पैसा खाते में ही नहीं आया है। पीसीएफ के केंद्र मलावा छजईपुर के प्रभारी संतोष कुमार पांडेय ने बताया की जल्द ही किसानों के खाते में धनराशि चली जाएगी।

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फोटो : 20 पीआरटी 36

सप्ताह भर पहले क्रय केंद्र पर गेहूं विक्रय किया था, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है। काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

- रवी यादव, पंचमहुआ

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फोटो : 20 पीआरटी 37

क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने के बाद अभी तक पैसा नहीं मिला। धान की रोपाई जल्द शुरू करना है। बिना पैसे के रोपाई होना मुश्किल दिख रहा है।

- वीरेंद्र यादव, पंचमहुआ

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फोटो : 20 पीआरटी 38

गेहूं विक्रय करने के दौरान केंद्र प्रभारी ने कहा था कि 72 घंटे के भीतर पैसा पहुंच जाएगा। अब केंद्र प्रभारी कुछ स्पष्ट नहीं बता रहा है।

- श्रीराम यादव, पूरे ठकुराइन

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फोटो : 20 पीआरटी 39

अगर पहले से पता होता कि 72 घंटे के भीतर पैसा नहीं खाते में पहुंच रहा है तो मैं गेहूं केंद्र पर न बेचता। अब गेहूं बेचकर फंस गया हूं।

- प्रेमचंद्र, मलावा छजईपुर

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