जमीन पर कब्जे को लेकर सपा जिलाध्यक्ष से कई वर्षों से चल रहा है विवाद

जमीन पर कब्जे को लेकर पीड़ित और सपा जिलाध्यक्ष से कई वर्षों से विवाद चल रहा है। पहले भी जिलाध्यक्ष दबंगई कर चुके हैं। मानिकपुर थाना क्षेत्र के बुलाकीपुर गांव निवासी गायत्री पत्नी अर्जुन का जमीन पर कब्जे को लेकर सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव से करीब 10-12 साल से विवाद चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Sep 2020 09:52 PM (IST) Updated:Sun, 13 Sep 2020 09:52 PM (IST)
जमीन पर कब्जे को लेकर सपा जिलाध्यक्ष से कई वर्षों से चल रहा है विवाद
जमीन पर कब्जे को लेकर सपा जिलाध्यक्ष से कई वर्षों से चल रहा है विवाद

कुंडा : जमीन पर कब्जे को लेकर पीड़ित और सपा जिलाध्यक्ष से कई वर्षों से विवाद चल रहा है। पहले भी जिलाध्यक्ष दबंगई कर चुके हैं।

मानिकपुर थाना क्षेत्र के बुलाकीपुर गांव निवासी गायत्री पत्नी अर्जुन का जमीन पर कब्जे को लेकर सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव से करीब 10-12 साल से विवाद चल रहा है। पीड़ित अर्जुन ने बताया कि जिस जमीन पर छविनाथ यादव कब्जे का प्रयास कर रहे हैं। उस पर उसके पूर्वजों का कब्जा चला आ रहा है। उसने आरोप लगाया कि चार साल पहले प्रधान के बेटे छविनाथ यादव ने दबंगई से मोहम्मद शमीम निवासी लंगड़ा का पुरवा को इसमें से जबरन कुछ जमीन दे दी थी। इसकी शिकायत उसने अधिकारियों से की थी, लेकिन मानिकपुर पुलिस ने उल्टा उसका ही शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया था।

अर्जुन के अनुसार छविनाथ यादव का कहना था कि उसकी पैतृक संपत्ति के बगल कुछ जमीन नवीन परती है। जिसका पट्टा करने का अधिकार प्रधान का होता है। आठ सितंबर को कानूनगो आए थे। उन्होंने नाप कराने के लिए कहा था, लेकिन अगले दिन वह नहीं आए। उस जमीन पर उसकी दो कमरे की दीवार खड़ी थी, जिस पर छत डलवाने की वह तैयारी कर रहा था। इस बीच छविनाथ यादव अपने गार्डों के साथ पहुंचे और गाली गलौच करते हुए उसे मारा-पीटा।

सपा जिलाध्यक्ष पर दर्ज हैं 16 मुकदमें

सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव का अपराध से पुराना नाता है। उनके ऊपर पहले से गैंगस्टर, मारपीट, एसटीएससी समेत 15 मुकदमें दर्ज हैं। उन पर आखिरी मुकदमा चार वर्ष पूर्व 16 फरवरी 2016 को मानिकपुर थाने में दर्ज हुआ था। चार साल बाद एक बार फिर मानिकपुर थाने में गायत्री देवी पत्नी अर्जुन गौतम की तहरीर पर पुलिस ने सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव और उनके निजी गार्डों पर एससी एसटी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। मानिकपुर थाने के रजिस्टर में छविनाथ यादव आइजेड गैंग नंबर 332 के सक्रिय सदस्य हैं।

प्रदेश सरकार ने की लोकतंत्र की हत्या

भाजपा सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है। बदले की भावना से सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। फर्जी मुकदमे में सपाइयों को जेल भेजा जा रहा है। सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव की मां गांव की प्रधान हैं। गांव के छोटे मोटे विवाद की पंचायत प्रधान ही करते हैं। रही बात निजी सुरक्षा गार्ड लेकर चलने की तो जब पुलिस ने नगर हटा लिया तो जिलाध्यक्ष को अपनी सुरक्षा की व्यवस्था करनी ही पड़ेगी। अपर पुलिस अधीक्षक कहते हैं कि सपा जिलाध्यक्ष के साथ लोग असलहा लेकर चल रहे थे, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। ऐसे में तो जिले में कई माफिया लाइसेंसी व अवैध असलहा लेकर घूम रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की जा रही है। सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कदापि बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस कार्रवाई का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया जाएगा

-प्रो.शिवाकांत ओझा

सपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के विरोध में करेंगे संघर्ष

सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव और सभापति यादव के उत्पीड़न के विरोध में संघर्ष किया जाएगा। फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। छविनाथ यादव की मां ग्राम प्रधान हैं और सभापति यादव की पत्नी ब्लाक प्रमुख हैं। एक पंचायत प्रतिनिधि को पुलिस अपराधी बना दे रही है। इन दिनों सपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ बदलने की जो कार्रवाई की जा रही है, उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। प्रदेश सरकार की दमनकारी कृत्य से सपाई डरने वाले नहीं है। मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि सपाइयों के खिलाफ अन्यायपूर्ण कार्रवाई पर विराम लगाएं, अन्यथा सपा का एक-एक कार्यकर्ता संघर्ष करने के लिए तत्पर है

- संजय पांडेय, सपा नेता

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