ट्रक के नीचे दबे दुकानदार ने भी तोड़ा दम

मंगरौरा। कंधई थाना क्षेत्र के सरसीखाम गांव में गुरुवार को ट्रक के नीचे दबे चाय दुकानदार ने

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:25 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:25 PM (IST)
ट्रक के नीचे दबे दुकानदार ने भी तोड़ा दम
ट्रक के नीचे दबे दुकानदार ने भी तोड़ा दम

मंगरौरा। कंधई थाना क्षेत्र के सरसीखाम गांव में गुरुवार को ट्रक के नीचे दबे चाय दुकानदार ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। एक साथ तीन मौतों से सरसीखाम गांव दहल उठा। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को शव घर लाया गया तो तीनों परिवारों में मातम छा गया।

सरसीखाम गांव निवासी राम अवध वर्मा (55) ने कंधई -मंगरौरा मार्ग पर गांव के भीट पर गुमटी में चाय की दुकान खोल रखी थी। गुरुवार शाम बारिश के दौरान पूर्व प्रधान वंशराज सरोज के पिता भवानी भीख सरोज (69) व प्रदीप पाठक (60) राम अवध की दुकान पर चाय पीने बैठे थे। उसी दौरान भूसी लादकर आ रहा ट्रक आ रहा था। सड़क पर पीडब्ल्यूडी द्वारा गिराई मिट्टी को देखकर चालक ट्रक पटरी से निकालने लगा। इस बीच पहिया सड़क की पटरी पर फंसा और ट्रक गुमटी पर पलट गया। ट्रक के नीचे दबने से भवानी भीख, प्रदीप की मौके पर मौत हो गई, जबकि राम अवध गंभीर रूप से घायल हो गया।

हादसा देख आस-पास के ग्रामीण व दुकानदार दौड़कर मौके पर पहुंचे। किसी तरह तीनों लोगों को बाहर निकाला। देखा कि भवानी भीख व प्रदीप ने दम तोड़ दिया था। इस बीच गंभीर रूप से घायल राम अवध को मेडिकल कालेज से चिकित्सकों ने एसआरएन हास्पिटल प्रयागराज रेफर कर दिया था। वहां इलाज के दौरान गुरुवार रात करीब एक बजे रामअवध वर्मा की भी मौत हो गई। एक साथ तीन मौतों से सरसीखाम गांव पूरी तरह से दहल गया। शुक्रवार को अधिकांश घरों में चूल्हे नहीं जले। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद प्रदीप पाठक का शव लेकर स्वजन पोस्टमार्टम हाउस से अंतिम संस्कार के लिएर प्रयागराज चले गए। जबकि भवानी भीख सरोज व राम अवध वर्मा का शव लेकर उनके स्वजन घर आए। शव देखकर दोनों परिवार के लोग रोने-बिलखने लगे। रोते-रोते भवानी भीख की पौत्रवधू मीरा पत्नी दिनेश बेहोश हो गई। मीरा ही भवानी भीख की ज्यादा देखभाल करती थी।

इस बीच एसडीएम पट्टी डीपी सिंह नायब तहसीलदार राज कपूर के साथ मृतकों के घर पहुंचे और परिवार के लोगों को हर संभव आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इस पर भवानी भीख और राम अवध के स्वजन अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर प्रयागराज चले गए।

प्रदीप का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। उसकी शादी नहीं हुई थी। भवानी भीख के तीन बेटे पूर्व प्रधान वंशराज सरोज, बालमुकुंद व वासुदेव हैं। राम अवध के चार बेटे हैं। चारों बेटे रोजी रोटी के सिलसिले में इंदौर और सूरत में रहते हैं। पिता की मौत की सूचना पाकर चारों भाई घर के लिए निकल पड़े। प्रदीप के भाई रिटायर्ड फौजी अरविंद पाठक की तहरीर पर पुलिस ने ट्रक चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।

शोक में बंद रही बाजार

ट्रक से दबने से तीन लोगों की मौत होने से लोगों में शोक की लहर थी। शोक में शुक्रवार को सरसीखाम की बाजार बंद रही। एक भी दुकानें नहीं खुलीं थी। पूरी बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ था। सभी की जुबान पर तीन दोस्तों की एक साथ मौत होने की ही चर्चा थी। ग्रामीण तीन मौतों से स्तब्ध दिखाई दे रहे थे।

पुलिस ने रात में ही कर ली थी तैयारी

ग्रामीण कहीं चक्का जाम न कर दें या स्वजन अंतिम संस्कार से इन्कार ना कर दें। इस आशंका को लेकर पुलिस ने गुरुवार रात में ही पूरी तैयारी कर ली थी। एसओ कंधई नीरज वालिया ने गांव के प्रधान की मदद से रात में ही लेखपाल, नायब तहसीलदार, कानूनगो से किसान बीमा में मिलने वाली रकम के लिए कागजी कोरम पूरा करवा दिया था।

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