बारिश से गोशाला में भर गया है पानी

शासन द्वारा गोशाला के रखरखाव के लिए नियमित रूप से आर्थिक सहयोग दिए जाने के बाद भी दयनीय हालत में सुधार नहीं हो रहा है। पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश ने तहसील क्षेत्र के गोशालाओं की स्थिति को बद से बदतर कर दिया है। गोशालाओं में भरा पानी वह उड़े टिनशेड जगह-जगह कीचड़ पशुओं के लिए नर्क से बन गए हैं। गोशाला में जगह-जगह कीचड़ के कारण खड़े खड़े ही मवेशी रह रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 10:55 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 10:55 PM (IST)
बारिश से गोशाला में भर गया है पानी
बारिश से गोशाला में भर गया है पानी

संसू, पट्टी/मकूनपुर : शासन द्वारा गोशाला के रखरखाव के लिए नियमित रूप से आर्थिक सहयोग दिए जाने के बाद भी दयनीय हालत में सुधार नहीं हो रहा है। पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश ने तहसील क्षेत्र के गोशालाओं की स्थिति को बद से बदतर कर दिया है। गोशालाओं में भरा पानी वह उड़े टिनशेड जगह-जगह कीचड़ पशुओं के लिए नर्क से बन गए हैं। गोशाला में जगह-जगह कीचड़ के कारण खड़े खड़े ही मवेशी रह रहे हैं। पट्टी ब्लॉक के मेहंदिया, देवसरा ब्लॉक के अतरौरा व मंगरौरा ब्लॉक के पंडरी पाल में पशुओं के लिए गोशाला बनाई गई है, जहां पर टिन शेड लगाकर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराकर पशुओं को रखने की व्यवस्था की गई थी। अधिकारी व कर्मचारियों की अकर्मण्यता के चलते पशुओं के लिए अब कोई व्यवस्था नहीं है। पिछले तीन दिनों से होने वाली बारिश ने इन गोशालाओं की सूरत को बिगाड़ कर रख दिया है।

जगह जगह भरे हुए बारिश के पानी कीचड़ वह गंदगी से पशु बीमार हो रहे हैं। इन्हें देखने वाला कोई नहीं है। पशुओं के लिए चारे व भूसे का इंतजाम भी नहीं है। मंगरौरा ब्लाक के पंडरीपाल गोशाला से 52 जानवर भाग निकले ।गोशाला से भागे हुए जानवर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं । एक पखवारे पूर्व आई आंधी व पानी के चलते मंगरौरा ब्लाक के पंडरीपाल गांव में बने गो शाला शेड उड़ गए ।यहीं नही तेज आंधी के चलते दीवारे भी ढह गई थी। पूर्व में पशुओं की संख्या 172 के आस पास थी, लेकिन शुक्रवार को पशुओं की संख्या घटकर 117 हो गई । गो शाला के कर्मियों का कहना है कि दीवार ढहने से लगभग 52 पशु भाग निकले। ताजुब की बात तो यह है की भागे हुए पशुओ को खोजने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई।

शुक्रवार को गोशाला देखने पहुंची जागरण टीम को मिले चौकीदार बृजभूषण वह सूर्यनारायण ने बताया कि गोशाला में पानी भरने व कीचड़ की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।

इस संबंध में पशु चिकित्साधिकारी कोहंडौर डा . प्रमोद यादव ने बताया की आंधी पानी से पशुओ के टीन शेड तथा दीवार ढह गई है,जिसके चलते लगभग 52 पशु गो आश्रय स्थल से भागे हैं। उन्हें खोज कर फिर से गो शाला स्थल लाया जाएगा ।

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