त्वचा में हों लाल चकत्ते,मांसपेशी,सिरदर्द..
प्रतापगढ़ । त्वचा में हों लाल चकत्तेमांसपेशीसिरदर्द डेंगू के ये हैं लक्षण हो जाओ आप सतर्क.
प्रतापगढ़ । त्वचा में हों लाल चकत्ते,मांसपेशी,सिरदर्द, डेंगू के ये हैं लक्षण हो जाओ आप सतर्क.. जैसे स्लोगन के जरिए लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है। यह कार्य राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सराय आनादेव के प्रभारी प्रधानाध्यापक अनिल कुमार निलय कर रहे हैं। वह विद्यालय के विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों एवं अन्य ग्रामीणों डेंगू एवं संचारी रोगों के कारण,उनके लक्षणों और बचाव के तरीकों से अवगत कराने के लिए दीवारों पर स्वरचित स्लोगन लेखन कर रहे हैं। स्लोगन की भाषा बेहद सरल रखी गई है, ताकि विद्यार्थियों से लेकर अभिभावकों तक सभी को इस अभियान से सरलता से जोड़कर उन्हें संचारी रोगों के प्रति जागरूक किया जा सके। स्लोगन के माध्यम से स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल का प्रयोग,जल भराव न होने देने,मच्छर-मक्खी और चूहे से बचाव और खुले में शौच न जाने, नियमित साफ-सफाई करने आदि के विषय में जागरूक किया जा रहा है। साथ ही साथ लेमनग्रास,तुलसी और मैरीगोल्ड के पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सभी को दिमागी बुखार और डेंगू के प्रति विशेष तौर पर जागरूक किया जा रहा है।
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शिक्षक द्वारा स्वरचित स्लोगन---
-मच्छर-मक्खी दूर रहें, कीजिए इंतजाम,
संचारी रोग नहीं तो करेंगे नित परेशान।
-खुले में शौच की,तुम त्याग दो तत्काल।
संचारी रोग वरना एक दिन बन जाएगा काल।
-घर के पास न होने दो,कभी जल जमाव।
संचारी रोगों से ये करे सुनिश्चित बचाव।
चूहों से बचकर रहें, रखें नियमित साफ-सफाई।
संचारी रोग से बचाव का,यह कदम जरूरी भाई।
-कुपोषित बच्चों का रखिएगा विशेष ध्यान,
-संचारी रोगों के हैं ये सबसे सहज मेहमान।
-पेयजल को रखिए, सदा सुरक्षित-स्वच्छ,
संचारी रोग सुरक्षा का मिल जाएगा लक्ष्य।
-डेंगू,दिमागी बुखार और हैं खतरनाक रोग संचारी,
जागरूक रहकर बचाव करने में ही है समझदारी।