इतिहास में क्रांतिकारियों को किया जाए शामिल

प्रतापगढ़ भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद एवं अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के संयुक्त तत्वावधा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 10:58 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 10:58 PM (IST)
इतिहास में क्रांतिकारियों को किया जाए शामिल
इतिहास में क्रांतिकारियों को किया जाए शामिल

प्रतापगढ़ : भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद एवं अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को सिटी स्थित पीबीपीजी कालेज में स्वबोध, स्वराज एवं प्रतिरोध का जिले के संदर्भ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी में अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डा. बाल मुकुंद पांडेय ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि इतिहास में क्रांतिकारियों को शामिल किया जाए। शहीदों की भूमि को छुआ जाए। इतिहास में शहीदों को शामिल करने से वह अमर रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना अंग्रेजी शासन को स्थापित करने के लिए अंग्रेज अधिकारी एओ ह्यूम ने की थी। अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. देवी प्रसाद सिंह ने कहा कि संगति से ही सद्गुणों का विकास होता है और संगति से सद्गुणों को विनाश भी। उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ की धरती वीरों एवं महापुरुषों की धरती है। यहां का इतिहास प्राचीन काल से गौरवमयी रहा है। महाविद्यालय के प्रबंधक राजा अनिल प्रताप सिंह ने कहा कि भारत वैदिक काल से विश्वगुरु रहा है। नालंदा एवं तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय में भारत ही नहीं वरन विश्व के अधिकांश देशों से शिक्षार्थी यहां पर शिक्षा लेने आते थे। कार्यक्रम को ईश्वरशरण पीजी कालेज क प्राचार्य प्रो. आनंद शंकर सिंह, डॉ. सर्वेश सिंह, डॉ. विनोद त्रिपाठी, डॉ. राजेश मिश्र, डॉ. धर्मेंद्र प्रताप सिंह आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के सदस्य प्रो.सुमन जैन व संचालन डॉ. पीयूषकांत शर्मा व आभार उद्बोधन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बृजभानु सिंह ने किया। इस मौके पर विभाग संघ चालक रमेश त्रिपाठी, विभाग प्रचारक प्रतोष, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र, उदयभानु सिंह, डॉ. निहारिका श्रीवास्तव, रश्मि सिंह, प्रभाशंकर पांडेय आदि रहे।

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