जन सेवा केंद्र संचालकों ने कचहरी में किया प्रदर्शन
प्रतापगढ़ ग्राम पंचायतों में कंप्यूटर आपरेटरों की भर्ती में वरीयता देने की मांग को लेकर
प्रतापगढ़ : ग्राम पंचायतों में कंप्यूटर आपरेटरों की भर्ती में वरीयता देने की मांग को लेकर सहज जन सेवा केंद्र के संचालकों ने गुरुवार को कचहरी में प्रदर्शन किया।
विपिन कुमार शर्मा की अगुवाई में पहुंचे जन सेवा केंद्र संचालकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इस दौरान आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार उनसे सभी महत्वपूर्ण काम कराती है। आयुष्मान कार्ड, आर्थिक जनगणना, किसान सम्मान निधि, बैंकिग सर्विस की फीडिग के अलावा समय-समय पर केंद्र व प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की फीडिग भी करते हैं। यही नहीं डाटा फीडिग के लिए उन्हें जिला मुख्यालय बुला लिया जाता है। अब सरकार ग्राम पंचायतों में 58189 सहायक कंप्यूटर आपरेटर नियुक्त करने जा रही है। इस भर्ती में कंप्यूटर कोर्स का कोई जिक्र नहीं किया गया है। वक्ताओं ने कहा कि इस भर्ती में उन्हें प्रथम वरीयता दी जाए। अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। प्रदर्शन कारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। इस दौरान मनीष शुक्ला, रंजीत सोनकर, शिवमूरत मौर्य, देशराज मौर्य, दीपक पाल, अरुण गौतम, त्रिभुवन पटेल, हेमराज, अर्जुन कुमार, अंकुर तिवारी, कृष्ण मुरारी शुक्ला, उदयचंद्र, दिलीप वैश्य, प्रदीप कुमार सिंह आदि मौजूद रहे। पूर्व एमएलसी के बेटे समेत दो पर लूट का मुकदमा : पैसे के लेन-देन के मामले में पूर्व एमएलसी आनंद भूषण सिंह के बेटे और भांजे के खिलाफ लूट, जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया है।
शहर के बेगम वार्ड निवासी इम्तियाज ने आरोप लगाया है कि वह 23 जुलाई को दिन मे 10:45 बजे शहर में स्थित प्रताप बहादुर पार्क में गया था। वहां आनंद भूषण सिंह के बेटे यशवर्धन और भांजे ने उससे दो लाख रुपये, मोबाइल छीन लिए। यहीं नहीं विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। इस मामले में पूर्व एमएलसी आनंद भूषण का कहना है कि इम्तियाज को एक जमीन का बैनामा किया गया था। उसका पैसा बकाया है। उस पैसे को ना देने के लिए यह झूठा आरोप लगाया जा रहा है। यह उन्हें बदनाम करने की राजनीतिक साजिश है। मेरा कोई भांजा यहां नहीं रहता है। इस बारे में कोतवाल रवींद्रनाथ राय ने बताया कि यशवर्धन का पैसे का लेन देन था। वह पैसा वापस न करने पर इम्तियाज से पैसा यर्शवर्धन ने छीन लिया। इस पर यशवर्धन के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज किया गया है।