बिजली अधिकारियों और कर्मियों ने कोतवाली में दी सामूहिक गिरफ्तारी
बिजली विभाग का निजीकरण करने के सरकार के प्रस्ताव का विरोध कर रहे अफसर व कर्मी अचानक कोतवाली की ओर मुड़ गए। इससे वहां अफरातफरी मच गई। वह वहां पर सामूहिक रूप से गिरफ्तारी देने गए थे। उनको सांकेतिक रूप से गिरफ्तार करने के बाद वहीं से देर रात रिहा भी कर दिया गया।
जासं, प्रतापगढ़ : बिजली विभाग का निजीकरण करने के सरकार के प्रस्ताव का विरोध कर रहे अफसर व कर्मी अचानक कोतवाली की ओर मुड़ गए। इससे वहां अफरातफरी मच गई। वह वहां पर सामूहिक रूप से गिरफ्तारी देने गए थे। उनको सांकेतिक रूप से गिरफ्तार करने के बाद वहीं से देर रात रिहा भी कर दिया गया।
पूरे प्रदेश में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का विरोध सोमवार शाम किया गया था। पहले कर्मी अधीक्षण अभियंता कार्यालय से जुलूस की शक्ल में मशालें लेकर आंबेडकर चौराहे पर प्रदर्शन किया। इसके बाद डीएम के आवास पर ज्ञापन देने गए। वहां से लौटे ही थे कि इनके प्रदेश संगठन से सूचना मिली कि प्रांतीय नेता शैलेंद्र दुबे को लखनऊ में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ऐसे में हर जिले में विभाग के अधिकारी व कर्मचारी गिरफ्तारी दें। यह फरमान पाते ही अफसर व कर्मी भारी संख्या में रात करीब 10 बजे नगर कोतवाली पहुंच गए। वह अपने नेता को पकड़े जाने से नाराज थे और सरकार की नीतियों के खिलाफ नारे लगा रहे थे। भीड़ देख सकपकाई पुलिस ने उनको शांत कराया। संयोजक सिलवंत सिंह और अधिशाषी अभियंता चंद्रमा प्रसाद ने नेतृत्व किया। रात करीब 11 बजे प्रदेश से सूचना मिली कि प्रदेशीय नेता को रिहा का दिया गया है, तब जाकर कर्मी कोतवाली से हटे। इस दौरान सीओ सिटी अभय कुमार पांडेय, इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार समेत पुलिस अफसर मौजूद रहे।
59 नामजद सहित 100 बिजली कर्मियों पर मुकदमा दर्ज: बिना अनुमति के सोमवार की शाम शहर में जुलूस निकालने के मामले में पुलिस ने जेई विपिन यादव, रणविजय, अजय सहित 59 नामजद सहित 100 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। चुंगी चौकी प्रभारी राजेश राय की तहरीर पर निषेधाज्ञा के उल्लंघन, आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत पुलिस ने कार्रवाई की है। कोतवाल प्रवीण कुशवाहा ने बताया कि बिना अनुमति जुलूस निकालने के मामले में 100 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।