कोरोना की दहशत, बूथ बढ़ाने का सिलसिला जारी
प्रतापगढ़ जिले में भले ही कोरोना संक्रमित नहीं हैं लेकिन यह डर अभी भी लोगों में बना हुअ
प्रतापगढ़ : जिले में भले ही कोरोना संक्रमित नहीं हैं, लेकिन यह डर अभी भी लोगों में बना हुआ है। इसे लेकर निर्वाचन आयोग भी चौकन्ना है। बूथों पर भीड़ न होने पाए, इसे लेकर तैयारियां चल रहीं हैं। बूथों पर भीड़ न होने पाए, इसके लिए बूथों की संख्या बढ़ा दी गई है। इससे मतदाताओं को मतदान करने में आसानी होगी। भीड़ न होने से काफी सहूलियत मिलेगी।
जिले भर में सात विधान सभा है। इसके अंतर्गत अभी तक दो हजार 616 बूथ थे। जिले में 196 बूथ बढ़ा दिए गए हैं। अब जिले में दो हजार 812 बूथ हो गए हैं। निर्वाचन आयोग से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो अब सदर विधानसभा में 404, रानीगंज में 383,विश्वनाथगंज में 464, कुंडा में 400, बाबागंज में 373 व रामपुर खास में 365 बूथ हो गए हैं। वहीं पहले मतदान केंद्र एक हजार 667 था। जो बढ़कर एक हजार 671 हो गया है। बूथों व मतदान केंद्रों की संख्या में इजाफा होने से मतदाताओं को काफी राहत मिलेगी। एडीएम सुनील कुमार शुक्ला ने बताया कि बूथों की संख्या बढाई गई है।
बढ़ सकते हैं और बूथ, केंद्र
सभी विधान सभा क्षेत्रों में बूथ और मतदान केंद्रों की संख्या और बढ़ाने की तैयारी चल रही है। इससे मतदान कार्मिकों के अलावा मतदाताओं को काफी राहत मिलेगी। सर्वर गुल होने से राशन वितरण हुआ प्रभावित: राशन के वितरण के दौरान सर्वर गुल होने से कार्डधारकों को काफी दिक्कतें हुई। राशन के लिए उनको काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। सर्वर बहाल न होने पर कई कार्डधारक बिना राशन लिए वापस लौट गए। राशन वितरण के दौरान ई-पॉस का सर्वर गुल होने की समस्या थमने का नाम नहीं ले रही है।
शहर व अंचल में दो दिन पहले से राशन का वितरण शुरू है। मंगलवार को शहर के पल्टन बाजार, सहोदरपुर पूर्वी, जोगापुर, टक्करगंज सहित अन्य कई मोहल्ले में राशन का वितरण कोटेदारों ने शुरू किया तो अचानक सर्वर गुल हो गया। इससे राशन वितरण ठप हो गया। कोटेदारों ने कार्डधरकों का अंगूठा ई-पॉस में लगाने के बाद वह स्वीकार नहीं कर रहा था। इसे लेकर घंटों देर तक कार्डधारक परेशान रहे। सुबह 10 बजे के बाद सर्वर बहाल हुआ तो राशन का वितरण शुरू हुआ। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी एसके पांडेय ने बताया कि सर्वर की समस्या से वितरण में दिक्कत आ रही है। सर्वर बहाल होने के बाद तेजी से वितरण कराया जाता है।