कार्यशाला में गैरहाजिर रहने वाले केंद्र प्रभारियों को नोटिस
प्रतापगढ़ धान की खरीद एक नवंबर से शुरू हो रही है। इसकी तैयारियों को लेकर डीएम ने क
प्रतापगढ़ : धान की खरीद एक नवंबर से शुरू हो रही है। इसकी तैयारियों को लेकर डीएम ने कलेक्ट्रेट में अफसरों व केंद्र प्रभारियों के साथ बैठक की। डीएम डॉ. नितिन बंसल ने के पूछने पर एआर कोआपरेटिव अरविद प्रकाश ने बताया कि साधन सहकारी समिति के केंद्र प्रभारी सराय नाहरराय धीरेंद्र सिंह, मुजाही के संजय सिंह अनुपस्थित हैं। डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विपणन केंद्र बाबागंज के केंद्र प्रभारी अरविद कुमार कार्यशाला में गैरहाजिर हैं। इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए तीनों केंद्र प्रभारियों के विरुद्ध नोटिस जारी करने को कहा। कहा कि बिना ई-टोकन के किसान अपना धान विक्रय नहीं करने पाएंगे। इसके लिए किसानों को ऑनलाइन टोकन लेना होगा। किसान रजिस्ट्रेशन संख्या व आधार नंबर डालकर खाद्य विभाग के पोर्टल से ई टोकन निकाल सकते हैं। डीएम ने हिदायत देते हुए कहा कि धान की खरीद में लापरवाही बरतने वाले केंद्र प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। उन्होंने सभी एसडीएम से कहा कि जिन किसानों ने धान विक्रय करने के लिए पंजीकरण कराया है उसके सत्यापन में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। तहसीलों के एसडीएम को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। एडीएम सुनील कुमार शुक्ला ने कहा कि जिन केंद्रों पर नमी मापक यंत्र, डस्टर मशीन आदि उपकरण न हो तो अविलंब उसकी व्यवस्था केंद्र पर कराएं। बैठक में एसडीएम सदर मोहन लाल गुप्ता, पीसीएफ जिला प्रबंधक धनंजय तिवारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी संजय सिंह, लाल प्रताप सिंह सहित अन्य अफसर मौजूद रहे। जैविक खाद का प्रयोग कर बढ़ा सकते हैं उत्पादन : क्षेत्र के सरसतपुर में महिला किसान समूहों को कृषि तकनीकी एवं कृषि प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया गया। चाइल्ड इंडिया फैजाबाद से आए हुए प्रशिक्षक संदीप ने कहा कि धान की कटाई आधुनिक मशीनों से की जा सकती है। अपने खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करके फसल के उत्पादन में बढ़ोतरी की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि श्री विधि से धान की बुआई और डीएसआर की बुआई कर कम लागत कम पानी एवं कम मजदूरी में फसल उत्पादन में बढ़ोतरी की जा सकती है। इस दौरान ग्राम सरसतपुर की महिला किसान अमरावती देवी के खेत का भ्रमण कराया गया। कार्यक्रम में संस्था के कम्युनिटी मोबिलाइजर राकेश कुमार, बृजलाल वर्मा, शकुंतला, परियोजना के समन्वयक मुजम्मिल हुसैन, शहीद अहमद और तरुण चेतना की तरफ से शमीम के साथ तमाम क्षेत्रीय महिला किसानों ने प्रतिभाग किया।