16 क्रय केंद्रों पर डस्टर मशीन नहीं, कैसे होगी खरीद

प्रतापगढ़ धान की खरीद चार दिन बाद से शुरू होगी लेकिन अभी तक क्रय केंद्रों पर उपकरण क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:42 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:42 PM (IST)
16 क्रय केंद्रों पर डस्टर मशीन नहीं, कैसे होगी खरीद
16 क्रय केंद्रों पर डस्टर मशीन नहीं, कैसे होगी खरीद

प्रतापगढ़ : धान की खरीद चार दिन बाद से शुरू होगी, लेकिन अभी तक क्रय केंद्रों पर उपकरण का अकाल है। ऐसे में बिना उपकरण के धान खरीद प्रभावित हो सकती है। फिलहाल उपकरण के लिए डिप्टी आरएमओ ने मंडी समिति के सचिव को पत्र लिखा है। जल्द से जल्द क्रय केंद्रों पर मशीन उपलब्ध कराने को कहा है।

जिले में एक नवंबर से धान की खरीद शुरू होगी। यह खरीद 28 फरवरी तक चलेगी। धान की खरीद के लिए विपणन के 17 व पीसीएफ के 28 क्रय केंद्र खोले गए हैं। धान की खरीद चार दिन बाद से शुरू हो जाएगी, लेकिन अभी तक पीसीएफ के 16 क्रय केंद्रों पर डस्टर मशीन नहीं है। इसमें पीसीएफ के केंद्र मानधाता, सराय देवराय, सराय नहरराय, परसत्तारडीह, ढिढुई, उदईशाहपुर, अकारीपुर, औराइन, खूंझीकला, जगदीशगढ़, मकरा मनभवना, पांडेयतारा, हरिहरपुर, बसुआपुर, नरई सहित 16 केंद्रों पर यह उपकरण नहीं है। पीसीएफ के जिला प्रबंधक धनंजय तिवारी ने इसे लेकर डिप्टी आरएमओ को पत्र लिखा है। डिप्टी आरएमओ ने मामले को लेकर मंडी सचिव रमेश चंद्र पांडेय से उपकरण उपलब्ध कराने को कहा है। डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि डस्टर मशीन उपलब्ध कराने के संबंध में मंडी सचिव को पत्र लिखा गया है।

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ई-टोकन लेना अनिवार्य

इस बार किसानों को धान बेचने के लिए ई-टोकन लेना होगा। बिना ई-टोकन के वह क्रय केंद्र पर धान नहीं बेच पाएंगे। टोकन के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन नंबर व आधार संख्या डालकर खाद्य विभाग के पोर्टल से टोकन निकाल सकते हैं। धान की खरीद पारदर्शी तरीके से हो। इस लिए ऐसा प्रयोग होने जा रहा है। इससे क्रय केंद्रों पर भीड़ नहीं होने पाएगी। किसान आसानी से अपना धान बेच सकेगा।

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सत्यापन में बरत रहे लापरवाही

100 क्विटल तक के धान को बिना सत्यापन के किसान बेच सकेंगे। अगर इससे अधिक धान है तो विक्रय करने से पहले किसान को धान का सत्यापन कराना होगा। जिले में एक हजार से अधिक किसानों का पंजीकरण सत्यापन के अभाव में अटका है। किसान सत्यापन के लिए लेखपाल से मिलने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेखपालों की लापरवाही से किसानों का समय बर्बाद हो रहा है। किराए के तौर पर पैसा भी खर्च हो रहा है। डीएम की सख्ती के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।

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धान का समर्थन मूल्य-

धान कॉमन : 1940 रुपये प्रति क्विटल

धान ग्रेड-ए : 1960 रुपये प्रति क्विटल

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