जिला पंचायत के परिसीमन पर सबसे अधिक आपत्तियां
पंचायत चुनाव के लिए परिसीमन का कार्य अंतिम चरण में है। प्रशासन ने आबादी के बढ़ने नगर पंचायतों में पांच दर्जन गांवों के शामिल होने के बाद की स्थिति पर परिसीमन कराया है। इस पर जमकर आपत्तियां भी आई हैं। सबसे अधिक आपत्तियां जिला पंचायत के परिसीमन को लेकर आई हैं।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : पंचायत चुनाव के लिए परिसीमन का कार्य अंतिम चरण में है। प्रशासन ने आबादी के बढ़ने, नगर पंचायतों में पांच दर्जन गांवों के शामिल होने के बाद की स्थिति पर परिसीमन कराया है। इस पर जमकर आपत्तियां भी आई हैं। सबसे अधिक आपत्तियां जिला पंचायत के परिसीमन को लेकर आई हैं।
मंगलवार को जिला पंचायत, डीपीआरओ कार्यालय में लोग आपत्ति के दावे दाखिल करने को आते रहे। इससे वहां पर काफी गहमागहमी रही। परिसीमन पर सीमा विवाद भी सामने आया। कई सदस्यों, दावेदारों ने कहा कि जो सीमा नई तय की गई है, उसमें कई खामियां हैं। इससे कई गांवों व वार्डों का भूगोल बिगड़ रहा है। इस तरह के आरोप लगाते हुए जिला पंचायत के वार्ड के सीमा निर्धारण के विरुद्ध सबसे अधिक 42 आपत्तियां आईं। लोगों ने अपने दावे अपर मुख्य अधिकारी पुनीत कुमार वर्मा के समझ दाखिल की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इनकी जांच करके नए नक्शे से मिलाने करके निस्तारण किया जाएगा।
यही नजारा विकास भवन में जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में भी देखा गया। यहां पर बीडीसी व ग्राम पंचायत सदस्य सीटों के किए गए परिसीमन पर लोगों ने असहमति जताई। इस दौरान बीडीसी परिसीमन के खिलाफ नौ लोगों ने आपत्ति की। इसी प्रकार ग्राम पंचायत सीटों के नए निर्धारण के खिलाफ 17 लोग आगे आए। एडीएम शत्रोहन वैश्य ने बताया कि आपत्तियों की जांच 13 व 14 जनवरी को करके इनका निस्तारण किया जाएगा।
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कार्यकाल आज होगा पूरा
जिला योजना को तय करने वाली जिला पंचायत के मौजूदा अध्यक्ष व सदस्यों का कार्यकाल बुधवार को पूरा हो जाएगा। इसके बाद पंचायत की कमान प्रशासक के हाथ में होगी। अध्यक्ष के रूप में उमा शंकर यादव व सदस्यों ने पांच साल पहले 14 जनवरी 2016 को शपथ ली थी व पहली बैठक में माननीय भी हुई थी। इसके अनुसार 13 जनवरी 2021 को इनका कार्यकाल पूरा हो जाएगा।
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अबकी चुने जाएंगे 57 सदस्य
जिला पंचायत के 2016 के चुनाव में 61 सदस्य चुने गए थे। इस बार परिसीमन हो जाने पर पंचायत का दायरा कम हो रहा है। ऐसे में केवल 57 सीटों पर ही चुनाव होगा। यानि चार सदस्य सदन में कम नजर आएंगे। इनमें किसका पत्ता कटेगा यह परिसीमन की तस्वीर साफ होने के बाद पता चलेगा।