जीव विज्ञान में समझना ज्यादा, रटना कम, रिजल्ट में नंबर वन
इंटरमीडिएट परीक्षा में वैज्ञानिक वर्ग के परीक्षार्थियों के लिए जीव विज्ञान विषय अन्य विषयों की अपेक्षा अधिक रोचक और रोजगारपरक है। इस विषय को रटने में समय नहीं गंवाना चाहिए। इसे रुचिपूर्ण ढंग से समझना चाहिए। यह अन्य विषयों की अपेक्षा अधिक नंबर दिलाकर परीक्षार्थी को नंबर वन के पायदान तक पहुंचा सकता है। यानि शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। परीक्षा में अधिक से अधिक अंक प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चरण परीक्षा की तैयारी है।
संवादसूत्र, प्रतापगढ़ : इंटरमीडिएट परीक्षा में वैज्ञानिक वर्ग के परीक्षार्थियों के लिए जीव विज्ञान विषय अन्य विषयों की अपेक्षा अधिक रोचक और रोजगारपरक है। इस विषय को रटने में समय नहीं गंवाना चाहिए। इसे रुचिपूर्ण ढंग से समझना चाहिए। यह अन्य विषयों की अपेक्षा अधिक नंबर दिलाकर परीक्षार्थी को नंबर वन के पायदान तक पहुंचा सकता है। यानि शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। परीक्षा में अधिक से अधिक अंक प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चरण परीक्षा की तैयारी है। जीव विज्ञान विषय में सैद्धांतिक और प्रायोगिक पक्ष दोनो महत्वपूर्ण होते हैं और शत प्रतिशत अंक प्राप्त करने में सहायक होते हैं। इसीलिए दोनों की तैयारी मनोयोग से करना चाहिए। इंटर जीव विज्ञान में कुल 70 नंबर के प्रश्न पूछे जाएंगे। जीव विज्ञान विषय में अच्छे अंक हासिल करने के लिए विषय विशेषज्ञ व राजकीय बालिका इंटर कालेज बरहदा के प्रधानाचार्य डॉ. विध्याचल सिंह ने टिप्स दिए हैं। उन्होंने बताया कि -
परीक्षा की तैयारी के लिए अधिक से अधिक समय अध्ययन पर देना चाहिए।
-शत प्रतिशत अंक प्राप्त करने के लिए मनोयोग से आठ से 10 घंटे का अध्ययन आवश्यक होता है।
-समय के साथ-साथ संतुलित उत्तर के साथ आवश्यक चित्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- सुंदर लेखन शैली पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
-सुंदर लेखन शैली शत प्रतिशत अंक प्रात करने में सहायक होती है।
-परीक्षा पूर्व तैयारी के लिए प्रश्नों के उत्तर लिखकर और चित्र बनाकर अभ्यास करना चाहिए।
-विषय सामग्री का बार बार अध्ययन करना चाहिए।
-परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए जाने से पहले विद्यार्थियों को अपना प्रवेशपत्र,पंजीकरण पत्र,पेन,पेंसिल आदि अपने पास रख लेना चाहिए।
-परीक्षार्थियों को कोशिश करना चाहिए के वे परीक्षा केंद्र पर परीक्षा प्रारंभ होने के कम से कम आधे घंटे पहले पहुंचें।
-अपने परीक्षा कक्ष आदि के बारे में जानकारी कर लें
परीक्षा के समय प्रश्न पत्र को सर्वप्रथम ध्यान से पढ़ना चाहिए।
-प्रश्नपत्र में दिए गए निर्देशों को ध्यान मे रखते हुए उत्तर देना चाहिए।
-सबसे पहले, जो प्रश्न बहुत अच्छी तरह से याद हों उसे लिखना चाहिए।
-उत्तर लिखते समय संतुलित शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
-लेखन शैली सुंदर और सुस्पष्ट होनी चाहिए।
-सुंदर नामांकित चित्रों का समावेश होना चाहिए।
-उत्तर लिखते समय परीक्षा अवधि को ध्यान में रखकर प्रश्नवार उत्तर देना चाहिए।
-प्रश्नपत्रों के उत्तर पूर्ण हो जाने के बाद सबसे अंत में परीक्षार्थियों को अपना अनुक्रमांक अंकों व शब्दों में लिखना चाहिए।
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गुरुमंत्र
-अभी भी परीक्षा की तैयारी के लिए है पर्याप्त समय
-तनावमुक्त हो कर करें पढ़ाई, बनाए रखें एकाग्रता
-लिखकर करें अभ्यास, त्रुटियां करें दूर
-हल्का भोजन करें, स्वास्थ्य का रखें ध्यान
-देर रात तक पढ़ना ठीक नहीं।
-समय सारिणी बनाकर करें पढ़ाई
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कैसे-कैसे होंगे अंक
जीव विज्ञान में कुल 70 नंबर के प्रश्न पूछे जाएंगे। एक-एक अंक के चार बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। एक-एक अंक के पांच अति लघु उत्तरीय प्रश्न होंगे। इनके उत्तर 25-25 शब्दों में देना होगा। दो-दो अंक के पांच लघु उत्तरीय प्रश्न होंगे। इनके उत्तर 50-50 शब्दों में देने हैं। तीन-तीन अंक के 12 अति लघुउत्तरीय प्रश्न होंगे, जिनके उत्तर 70,80 शब्द में देने हैं। पांच-पांच अंक के तीन प्रश्न विस्तृत उत्तरीय प्रश्न होंगे, जिनके उत्तर 100 से 120 शब्द में देना है।
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तीस फीसद कम हुआ है पाठ्यक्रम
इंटर जीव विज्ञान में 30 फीसद पाठ्यक्रम कम कर दिया गया है। इसका पूरा विवरण माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पूर्व में ही जारी कर दिया है। यह हर स्कूल में उपलब्ध है। इसी पाठ्यक्रम के अनुसार परीक्षा की तैयारी करनी है। जीवविज्ञान में संस्कृत व गणित की तरह अंक मिलते हैं। प्रश्नों को हल करते समय चित्र भी बनाएं। जीव विज्ञान में इसका काफी महत्व होता है। चित्रों पर भी अच्छे अंक मिलते हैं। इससे परीक्षार्थी अपने अंक प्रतिशत में बढ़ोत्तरी कर सकता है।