शहर छोड़ अंचल में झूम कर बरसे बदरा

एक सप्ताह से गर्मी व उमस झेल रहे अंचल के लोगों को आखिर में शनिवार की शाम को शुरू हुई झमाझम बारिश ने भारी राहत दी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 12:22 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 12:22 AM (IST)
शहर छोड़ अंचल में झूम कर बरसे बदरा
शहर छोड़ अंचल में झूम कर बरसे बदरा

संसू प्रतापगढ़/गौरा/पट्टी : एक सप्ताह से गर्मी व उमस झेल रहे अंचल के लोगों को आखिर में शनिवार की शाम को शुरू हुई झमाझम बारिश ने भारी राहत दी। रानीगंज व पट्टी में बादल इस कदर झूमकर बरसे कि खुशी से अन्नदाताओं के चेहरे खिल उठे। हालांकि शहर में बादल तो छाए रहे लेकिन बरसात नहीं हुई।

इस वर्ष जून माह में रिकॉर्ड तोड़ बारिश होने के बाद जुलाई माह शुरू होते ही आसमान से बादल पूरी तरह गायब हो गए थे। ऐसे में खेतों में धान के पौधे रोपने की तैयारी कर चुके किसान मायूस नजर आ रहे थे। यद्यपि नहरों में पानी आ जाने से नहर के किनारे स्थित खेतों के किसानों को इसका लाभ मिल रहा है, लेकिन मैदानी क्षेत्र में बारिश न होने से किसान आसमान की ओर टकटकी लगाकर देख रहे थे। शनिवार शाम करीब सवा चार बजे तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश शुरू हुई। धान की रोपाई के लिए खेतों में पानी की आस लगाए बैठे अन्नदाताओं के चेहरे खुशी से खिल उठे कि चलो अब धान की रोपाई के लिए पानी की समस्या तो दूर हुई। इधर गर्मी से भी लोगों को राहत मिली। बारिश से खेतों में पानी भरने के साथ जगह-जगह बारिश का पानी इकट्ठा होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। रानीगंज क्षेत्र में करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई। उधर पट्टी क्षेत्र में भी शाम चार बजे अचानक चारों तरफ से घिरे बादलों से पानी गिरने लगा। बारिश को देख किसानों के चेहरे पर मुस्कान तैर गई। क्षेत्र के कोठियार निवासी किसान नन्हें वर्मा, श्याम लाल वर्मा, राजदेव वर्मा, वृजलाल यादव, मुरलीधर पाल, अवधनारायण चौरसिया, दान बहादुर सिंह सहित अन्य का कहना है कि जुलाई माह में बारिश न होने से धान की रोपाई प्रभावित थी। शनिवार की शाम हुई बारिश से आगे अधिक बारिश होने की आस जगी है। जिला कृषि अधिकारी अ‌र्श्वनी कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को जिले के जिन हिस्सों में बरसात हुई हैं वहां धान की रोपाई में अब आसानी होगी।

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