रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र का इतिहास है जुदा

प्रतापगढ़। रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र का इतिहास जुदा है यहां जब भी कोई कांग्रेस के मुकाबले

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 11:06 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 11:06 PM (IST)
रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र का इतिहास है जुदा
रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र का इतिहास है जुदा

प्रतापगढ़। रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र का इतिहास जुदा है, यहां जब भी कोई कांग्रेस के मुकाबले में मुखर होता है तो विवाद होना तय रहता है। जैसा कि इसके पहले प्रत्येक विधानसभा चुनाव में कांग्रेसियों का विपक्षियों से विवाद हो चुका है। रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1980 से कांग्रेस का गढ़ रहा है। इस सीट से लगातार एक चुनाव चिह्न पर नौ बार विधायक निर्वाचित होकर प्रमोद तिवारी रिकार्ड बना चुके हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में जब भी कोई नेता कांग्रेस के मुकाबले अपनी दमदारी दिखाता है तो विवाद होना तय रहता है। वर्ष 2002 के चुनाव में अपना दल से पुष्पा देवी चुनाव लड़ी थी, उनसे प्रचार के दौरान आराधना मिश्रा से विवाद हो गया था। उन्हें किसी तरह खुद को बचाकर भागना पड़ा था। फिर 2012 के चुनाव में सपा से एहतसामुद्दीन चुनाव लड़े थे, वे प्रचार के दौरान भागते-भागते फिर रहे थे। वर्ष 2014 के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राकेश बहादुर सिंह और प्रमोद तिवारी की छोटी बेटी सोना तिवारी से बूथ पर विवाद हुआ था। भाजपा प्रत्याशी राकेश सिंह पिट गए थे। यही नहीं बूथ पर पहुंचे लोकसभा प्रत्याशी कुंवर हरिवंश सिंह और सपा प्रत्याशी प्रमोद सिंह पटेल ने मौके से हटना ही मुनासिब समझा था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी नागेश सिंह और कांग्रेसियों से भिड़ंत हुई थी। अब आगामी विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई देने लगी है, ऐसे में रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र के तापमान चढ़ना तय है। भाजपा से ओम प्रकाश गुड्डू, कुलवंत सिंह, नागेश सिंह, भूवन्यू सिंह दावेदारी कर रहे हैं, ऐसे में कांग्रेसियों से निशाने पर यह दावेदार आ गए हैं। शनिवार को तो गरीब कल्याण मेला में विवाद एक बहाना था, यह तो विधानसभा चुनाव का ट्रेलर था।

chat bot
आपका साथी